अबोहर (The News Air) पंजाब के अबोहर में सिख समुदाय के लोगों ने सजा पूरी कर चुके देश की विभिन्न जेलों में बंद सिखों को रिहा न करने पर रोष जताया। इस दौरान सिख समुदाय के लोगों ने सजा पूरी कर चुके सभी सिखों को जल्द रिहा करने की मांग की। इस संबंध में समस्त गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों व सिख संस्थाओं के पदाधिकारियों ने पंजाब के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
मांगपत्र में उन्होंने बताया कि देश के कानून के अनुसार राजीव गांधी के कातिलों को फांसी की सजा दी गई, लेकिन उन्हें कुछ समय पहले रिहा कर दिया गया। इसी प्रकार से बिलकिस बानो के परिवार के कातिलों और दुष्कर्मियों को भी गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया। सिख नौजवानों को झूठी पुलिस मुठभेड़ में मारने के दोषी पुलिस अधिकारियों को CBI अदालत द्वारा उम्रकैद की सजा होने के बाद रिहा कर दिया गया।
अबोहर SDM से मुलाकात करते सिख समुदाय के लोग।
2019 में जारी रिहाई का नोटिफिकेशन आज तक लागू नहीं
लेकिन, दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर सितंबर 2019 में बंदी सिख की रिहाई के लिए जारी किए गए नोटिफिकेशन को आज तक लागू नहीं किया। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद सिखों का कसूर केवल यह है कि उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा 1984 में सचखंड श्री हरमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब सहित अनेक गुरुद्वारों पर किए फौजी हमले,
सजा पूरी करने के बाद जेल में बंद रखना संविधान के खिलाफ
सिख नसलकुशी व बेगुनाह सिखों पर किए गए अत्याचार के रोष स्वरूप संघर्ष का रास्ता अपनाया था। करीब 3-3 दशकों से जेलों में बंद सिखों के मामलों को सरकार द्वारा जानबूझकर लटकाया जा रहा है। उम्रकैद से भी अधिक सजा भुगत चुके बंदी सिखों को रिहा न करना भी संविधान के उलट है। इसलिए विभिन्न जेलों में बंद सिखों को शीघ्र रिहा किया जाए। इस मौके पर राजिंद्र सिंह, हरचरण सिंह, गुरचरण सिंह आदि मौजूद थे।