The News Air (चंडीगढ़)- पंजाब में कांग्रेस की कलह थम नहीं रही है। केदारनाथ समझौते के बावज़ूद पंजाब कांग्रेस चीफ़ नवजोत सिद्धू और सीएम चरणजीत चन्नी के मतभेद नहीं थम रहे। सोमवार को सिद्धू ने फिर एक लाख नौकरी न देने, आखिरी 3 महीने में लॉलीपॉप देने के मुद्दे उठाए।
क़रीब एक घंटे बाद सीएम चरणजीत चन्नी का भी जवाब आ गया। उन्होंने कहा कि पंजाबियों के मसले हल करने के लिए हमारी सरकार ने 52 दिनों में 104 फ़ैसले लिए। ख़ास बात यह है कि सिद्धू सरकार पर सीधा अटैक करते हैं। वहीं सीएम चन्नी संयमित ढंग से इशारों में इसका जवाब दे रहे हैं।
फिर छलका CM न होने का दर्द
सिद्धू का फिर से सीएम न बनने का दर्द भी छलका। वह पटियाला में नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों से मिले। सिद्धू ने कहा कि मेरे पास ऑर्गेनाइजेशन की पावर है, एडमिनिस्ट्रेशन की नहीं। मैं झूठे वादे नहीं करुंगा। चुनाव से पहले लॉलीपॉप बांटे जा रहे हैं। इस बार ग़लती कर ली तो फिर पंजाब बर्बाद हो जाएगा। यह मंत्रालय सीएम के पास है तो उनकी मांग को पहुंचा देंगे। प्रदर्शनकारी बिजली विभाग से जुड़े थे।
सिद्धू का अगले CM वाला अंदाज़
सिद्धू लोगों के बीच अगले चुनाव में जीत के बाद नए CM वाला अंदाज़ दिखाने से नहीं चूक रहे। सिद्धू ने कहा कि पंजाब देश का सबसे कर्जाई राज्य बन चुका है। एक व्यक्ति पर सिर्फ़ 870 रुपए ख़र्च होते हैं। गोवा 14 हज़ार से ज़्यादा रुपए ख़र्च करता है। मैं जिन्दा रहा और रब की कृपा रही तो एक व्यक्ति पर 15 हज़ार रुपए ख़र्च करुंगा।
कैप्टन को पूछो, किस मुंह से रखा था
सिद्धू को प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम रहते कॉन्ट्रैक्ट पर रखा था। यह सुनकर सिद्धू ने मुस्कराते हुए कहा कि कैप्टन से पूछो कि उन्हें किस मुंह से रखा था। उनकी ज़िंदगी में चार दिन की चांदनी और फिर अंधेरी रात क्यों कर दी गई।