बर्मिंघम: बर्मिंघम में एक जगह अलबामा (Alabama) है। यहां पर दुनिया के सबसे प्रीमैच्योर बच्चे (World Most Premature Baby) के जन्म लेने का रिकॉर्ड है। बच्चा 20 हफ़्ते पहले ही पैदा हो गया था। उस वक़्त उसका वज़न 420 ग्राम था। डॉक्टर सहित बच्चों के परिजन बच्चे को देखकर हैरान थे। आज बच्चा क़रीब 16 महीने का हो चुका है। स्वस्थ है। द मिरर (The Mirror) ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि कैसे बच्चे को ज़िंदा बचाया गया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) ने अब पुष्टि की है कि कर्टिस जो 132 दिन (लगभग 19 हफ़्ते) में पैदा हो गया था। वह दुनिया का सबसे प्रीमैच्योर बच्चा है। एक नवजात का औसत वज़न लगभग 7.5 पौंड (3.5 किग्रा) होता है। वहीं बच्चे का जन्म सबसे अच्छा 40 हफ़्ते बाद माना जाता है।
4 जुलाई 2020 को जुड़वा बच्चों को जन्म हुआ था
बच्चे का नाम कर्टिस मीन्स है। 4 जुलाई 2020 को मीन्स की मां मिशेल बटलर को तेज़ दर्द हुआ। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके बाद मिशेल ने अगले दिन दोपहर के वक़्त जुड़वाँ बच्चों कर्टिस और कैसिया को जन्म दिया। लेकिन एक दिन बाद ही कैसिया की मृत्यु हो गई। लेकिन कर्टिस को बचाने में डॉक्टर सफल रहे। उसे गहन देखभाल में रखा गया। उस वक़्त बच्चे की देखभाल डॉक्टर ब्रायन सिम्स कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि जुड़वा बच्चों के ज़िंदा रहने की संभावना नहीं के बराबर थी।
274 दिनों तक वेंटिलेटर पर खा गया था
बर्मिंघम में अलबामा यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा कि डॉक्टरों को उम्मीद नहीं थी कि इतना जल्दी बच्चे का जन्म हो जाएगा। उन्होंने एक चैलेंज की तरह बच्चे की देखभाल की। हॉस्पिटल ने माता-पिता को बच्चे के पास रहने की भी परमीशन दे दी। कर्टिस दिन ब दिन मज़बूत होता गया। क़रीब 274 दिनों के बाद उसे वेंटिलेटर से हटाया गया और हॉस्पिटल से छुट्टी मिली। मां मिशेल बटलर ने कहा था कि दोनों बच्चों का पैदा होना फिर एक की मौत हो जाना उनके लिए बहुत दर्दनाक था, लेकिन दूसरे बच्चे के बच जाने से उनका दुख कुछ कम हुआ। डिलीवरी के दौरान देखरेख करने वाले डॉक्टर सिम्स ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को बताया, मैं ये काम लगभग 20 साल से कर रहा हूं, लेकिन मैंने कभी किसी बच्चे को इतना मज़बूत नहीं देखा जितना वह था। कर्टिस बहुत ख़ास बच्चा है।