बांग्लादेश, 06 अगस्त (The News Air): बांग्लादेश में हिंसा के बाद भारत पहुंची बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में हिंडन एयर बेस के सेफ हाउस में अपनी रात बिताई है। शेख हसीना बांग्लादेश के वायुसेना के विमान से अपनी बहन रिहाना के साथ सोमवार शाम गाजियाबाद के इंडियन एयर बेस पर उतरी थीं। शेख हसीना को हिंडन एयर बेस के सेफ हाउस में 14 घंटा से ज्यादा का समय हो चुका है। उनकी सुरक्षा के लिए वायु सेवा के गरुड़ कमांडोज को लगाया गया है। इसके साथ-साथ इंडियन एयर बेस के मुख्य द्वार से लेकर अंदर सभी जगह पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया है। किसी को भी सेफ हाउस तक जाने की इजाजत नहीं है। अभी आगे की क्या स्थिति है यह पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि आज भी शेख हसीना अपनी बहन के साथ इंडियन एयर बेस के सेफ हाउस में ही बिता सकती हैं।
- शेख हसीना ने गाजियाबाद में हिंडन एयर बेस के सेफ हाउस में रात बिताई है
- शेख हसीना बहन रिहाना के साथ इंडियन एयर बेस पर उतरी थीं
- हसीना को सेफ हाउस में 14 घंटों से ज्यादा का समय हो चुका है
PM आवास पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक
शेख हसीना के भारत पहुंचने के बाद पीएम मोदी के आवास पर भी एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इससे पहले एनएसए अजीत डोभाल ने शेख हसीना से हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में मुलाकात की थी। शेख हसीना से मिलने के बाद अजीत डोभाल प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे। वहां पर वह सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की समिति की बैठक में शामिल हुए थे। गौरतलब है कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के पूरे देश में फैलने के बाद ढाका में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की और हंगामा किया इसके बाद सेना ने चार्ज संभाला और शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए कह दिया गया था। इसके बाद उन्होंने करीब ढाई बजे के आसपास देश छोड़ दिया था। छात्रों का प्रदर्शन बेहद उग्र हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास में घुसकर जमकर तोड़फोड़ और लूटपाट भी की।
हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत
पिछले दो दिनों में हसीना सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। देश में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं। देश भर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से गोली न चलाने को कहा है। सेना ने प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने और हिंसा बंद करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी लोगों के लिए न्याय का संकल्प व्यक्त किया। सेना प्रमुख की घोषणा के तुरंत बाद, सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और हसीना के निष्कासन का जश्न मनाने लगे। इससे पहले, सैकड़ों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के सरकारी आवास ‘गणभवन’ में घुस गए। फुटेज में प्रदर्शनकारियों को हसीना के सरकारी आवास में लूटपाट करते दिखाया गया और उनमें से कुछ को ‘गणभवन’ आवास से कुर्सियां और सोफा ले जाते हुए देखा गया।