Flower Pots Theft in Lucknow – उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने ‘अदब और तहजीब’ के इस शहर की साख पर गहरा बट्टा लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 25 दिसंबर को हुए दौरे के तुरंत बाद, शहर के सौंदर्यकरण के लिए लगाए गए कीमती गमलों और सजावटी सामानों पर लोगों ने हाथ साफ कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे लोग सरेआम, दिन के उजाले और रात के अंधेरे में, सरकारी संपत्ति को अपनी गाड़ियों में भरकर घर ले जा रहे हैं। इस शर्मनाक हरकत ने न केवल प्रशासन को हैरान कर दिया है, बल्कि शहरवासियों की नैतिकता पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
PM के जाते ही मची लूट: ग्रीन कॉरिडोर की खूबसूरती पर लगा ग्रहण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन करने लखनऊ आए थे। इस भव्य कार्यक्रम के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) और नगर निगम ने पूरे क्षेत्र को सजाने में करोड़ों रुपए खर्च किए थे। ग्रीन कॉरिडोर, वसंत कुंज रोड और राष्ट्र प्रेरणा स्थल मार्ग पर हजारों आकर्षक गमले और ‘हैंगिंग वॉल’ लगाई गई थीं ताकि पूरा इलाका हरा-भरा और सुंदर दिखे। लेकिन पीएम का विमान उड़ते ही यहाँ की खूबसूरती पर लोगों की ‘नजर’ लग गई।
गाड़ियों में भरकर ले गए गमले, वीडियो हुआ वायरल
जैसे ही वीआईपी (VIP) मूवमेंट खत्म हुआ, स्थानीय लोगों की भीड़ गमलों पर टूट पड़ी। वायरल वीडियो में लोग दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर गमले लादकर ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग तो लग्जरी गाड़ियों में भी गमले भरकर ले गए। हैरान करने वाली बात यह है कि ये लोग किसी अपराधी की तरह छिपकर नहीं, बल्कि बड़ी ही बेबाकी से लूट मचा रहे थे। मौके पर मौजूद कुछ जागरूक नागरिकों ने जब इसका वीडियो बनाया और गाड़ियों के नंबर प्लेट रिकॉर्ड किए, तब भी ये लोग नहीं रुके। एक वीडियो में एक शख्स यह कहते हुए भी सुना जा सकता है, “देखो भाई, लूट मची हुई है लूट, गाड़ी का नंबर लो।”
प्रशासन की मेहनत पर फिरा पानी, सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
प्रशासन ने जिस सौंदर्य को निखारने के लिए दिन-रात एक कर दिया था, उसे लोगों की संकीर्ण सोच ने चंद घंटों में उजाड़ दिया। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स लखनऊ वासियों की इस हरकत की कड़ी निंदा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक तरफ जहाँ सरकार शहर को सुंदर बनाने का प्रयास कर रही है, वहीं समाज का एक वर्ग अपनी घटिया मानसिकता के कारण इस विकास को नष्ट कर रहा है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर इन ‘गमला चोरों’ के खिलाफ कोई कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा।
विश्लेषण: क्या हम वास्तव में एक विकसित समाज हैं? (Expert Analysis)
यह घटना केवल चंद गमलों की चोरी का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के नैतिक पतन का एक जीता-जागता प्रमाण है। जब शिक्षित और संपन्न दिखने वाले लोग अपनी लग्जरी गाड़ियों में चंद रुपयों के सरकारी गमले भरकर ले जाते हैं, तो यह उनकी गरीबी नहीं बल्कि उनकी मानसिक दरिद्रता को दर्शाता है। “सरकारी माल यानी मुफ्त का माल” वाली यह मानसिकता विकास के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है। लखनऊ जैसे शहर के लिए, जो अपनी तहजीब के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है, यह घटना एक काला धब्बा है। यदि प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी उदाहरण पेश नहीं करता, तो भविष्य में भी सार्वजनिक संपत्तियों का इसी तरह दुरुपयोग होता रहेगा।
जानें पूरा मामला (Background)
लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शों को समर्पित ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का निर्माण किया गया है। 25 दिसंबर को इसके उद्घाटन के लिए पूरे इलाके का कायाकल्प किया गया था। सजावट के लिए एलडीए ने विशेष किस्म के गमले मंगवाए थे। पूर्व में भी गुरुग्राम जैसी जगहों से ऐसी ‘गमला चोरी’ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन लखनऊ की इस घटना ने वीआईपी आयोजन की सुरक्षा और लोगों के व्यवहार पर नई बहस छेड़ दी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Lucknow के राष्ट्र प्रेरणा स्थल से पीएम मोदी के कार्यक्रम के बाद गमलों की बड़े पैमाने पर चोरी।
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लोग लग्जरी गाड़ियों और दोपहिया वाहनों में भरकर सरकारी गमले ले जाते हुए वीडियो में कैद।
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LDA और नगर निगम ने सौंदर्यकरण के लिए भारी भरकम राशि खर्च की थी।
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जागरूक नागरिकों ने गाड़ियों के नंबर के साथ वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल।
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‘अदब और तहजीब’ के शहर की छवि को लोगों की इस शर्मनाक हरकत ने धूमिल किया।






