Post Office Senior Citizen Saving Scheme : अगर आप रिटायरमेंट के करीब हैं या रिटायर हो चुके हैं, तो पैसों की चिंता छोड़ दीजिए। पोस्ट ऑफिस एक ऐसी शानदार स्कीम लेकर आया है जो न केवल आपके जमा पैसे को बैंक एफडी (FD) से ज्यादा सुरक्षित रखती है, बल्कि आपको घर बैठे हर महीने 20,000 रुपये तक की कमाई भी करा सकती है। यह योजना उन लोगों के लिए एक वरदान है जो अपनी जिंदगी की दूसरी पारी बिना किसी आर्थिक तनाव के जीना चाहते हैं।
बुढ़ापे की लाठी: FD से ज्यादा ब्याज
बाजार में निवेश के कई विकल्प हैं, लेकिन जब बात जीवन भर की कमाई की हो, तो सुरक्षा सबसे अहम होती है। पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम ‘सरकारी गारंटी’ के साथ आती है, यानी आपका पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं। सबसे खास बात यह है कि इसमें आपको बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से भी बेहतर ब्याज मिलता है।
फिलहाल, 1 जनवरी 2024 से सरकार इस योजना पर 8.2% की दर से शानदार ब्याज दे रही है। इसका मतलब है कि आपका पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहेगा, बल्कि तेजी से बढ़ेगा भी। इसमें कोई ‘लॉक इन पीरियड’ की सख्त टेंशन नहीं है और हर तीन महीने पर ब्याज का पैसा आपके खाते में आ जाता है।
कौन खोल सकता है यह खाता?
इस स्कीम का फायदा मुख्य रूप से 60 साल या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक उठा सकते हैं। हालांकि, कुछ विशेष मामलों में उम्र सीमा में छूट भी दी गई है। अगर किसी ने वीआरएस (VRS) लिया है, तो वह 55 से 60 साल की उम्र के बीच भी खाता खुलवा सकता है।
वहीं, डिफेंस (रक्षा क्षेत्र) से रिटायर होने वाले कर्मचारी 50 से 60 साल की उम्र में भी इसमें निवेश कर सकते हैं। आप यह खाता अकेले (Single) या अपनी पत्नी/पति के साथ जॉइंट (Joint) भी खुलवा सकते हैं। लेकिन याद रहे, खाते में उम्र उसी की मानी जाएगी जो पहला खाताधारक (Primary Account Holder) होगा।
कमाई का पूरा गणित समझिए
इस योजना में आप कम से कम 1000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। अब जरा कमाई का हिसाब देखिए—अगर कोई सीनियर सिटीजन इस स्कीम में 30 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश करता है, तो 8.2% ब्याज दर के हिसाब से उसे सालाना करीब 2,46,000 रुपये ब्याज मिलेगा।
अगर इस रकम को महीने के हिसाब से बांटें, तो यह करीब 20,500 रुपये प्रति महीना बैठता है। यह रकम सीधे आपके बैंक खाते में आती है, जो रिटायरमेंट के बाद रोजमर्रा के खर्चों और दवाइयों के लिए एक बड़ा सहारा बन सकती है।
पैसे निकालने के नियम और पेनल्टी
इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का है, यानी पूरा फायदा लेने के लिए आपको 5 साल तक पैसे जमा रखने होंगे। हालांकि, अगर आपको बीच में पैसों की जरूरत पड़ती है, तो आप खाता बंद कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ पेनल्टी देनी होगी।
अगर आप 1 साल से पहले खाता बंद करते हैं, तो जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज काट लिया जाएगा। अगर 1 साल बाद और 2 साल से पहले बंद करते हैं, तो जमा राशि का 1.5% काटकर बाकी पैसा वापस मिलेगा। वहीं, 2 साल के बाद खाता बंद करने पर 1% की कटौती की जाएगी।
संपादकीय विश्लेषण: क्यों है यह सबसे बेहतरीन विकल्प?
एक वरिष्ठ संपादक के तौर पर मैं मानता हूं कि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव भरे दौर में यह स्कीम ‘सोने पे सुहागा’ जैसी है। जहां म्यूचुअल फंड्स में जोखिम है और बैंकों में ब्याज दरें बदलती रहती हैं, वहां पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम एक चट्टान की तरह स्थिर है। यह केवल निवेश नहीं है, बल्कि एक ‘सोशल सिक्योरिटी’ है। यह स्कीम बुजुर्गों को आत्मनिर्भर बनाती है, ताकि उन्हें अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए बच्चों के सामने हाथ न फैलाना पड़े। यह वित्तीय आजादी का एक बेहतरीन उदाहरण है।
टैक्स छूट का डबल फायदा
कमाई और सुरक्षा के साथ-साथ यह स्कीम टैक्स बचाने में भी मदद करती है। इसमें किया गया निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट के दायरे में आता है। यानी आम के आम और गुठलियों के दाम।
जानें पूरा मामला (पृष्ठभूमि)
इस स्कीम में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है। ब्याज की रकम हर साल अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी महीने की पहली तारीख को खाताधारक के खाते में जमा कर दी जाती है। अगर मैच्योरिटी से पहले खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो खाता तुरंत बंद कर दिया जाता है और सारी रकम नॉमिनी को सौंप दी जाती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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ब्याज दर: स्कीम में फिलहाल 8.2% का शानदार ब्याज मिल रहा है।
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निवेश सीमा: अधिकतम 30 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।
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टैक्स लाभ: धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट।
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अवधि: योजना 5 साल के लिए है, जिसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।






