IPL 2024 तो जारी है पर इसमें मुंबई इंडियंस का सफर थम चुका है. नए कप्तान हार्दिक पंड्या की कप्तानी मुंबई इंडियंस को कुछ ज्यादा रास नहीं आई. भले ही इस टीम ने 17 मई की शाम टूर्नामेंट में अपना आखिरी मैच खेला पर ये प्लेऑफ की दौड़ से काफी पहले ही बाहर हो चुकी थी. हार्दिक की कमान में मुंबई इंडियंस IPL 2024 के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली सबसे पहली टीम रही. साफ है कि रोहित को हटाकर हार्दिक को कप्तानी सौंपने का मुंबई टीम मैनेजमेंट का दांव उलटा पड़ गया.
मुंबई इंडियंस के लिए ना आगाज अच्छा रहा ना अंत. टीम ने हार के साथ IPL 2024 में अपना सफर शुरू किया था और हार पर ही इसकी कहानी का दि एंड हो गया. टीम ने ग्रुप स्टेज पर 14 मुकाबले खेले, जिसमें सिर्फ ये 4 ही जीत सके. यानी 10 मैचों में हार्दिक पंड्या की अगुवाई वाली मुंबई इंडियंस को हार का मुंह देखना पड़ा. ये नौबत ऐसी रही जैसी पहले कभी इस टीम ने नहीं देखी. 10 टीमों के दंगल में 10वें स्थान पर रहते हुए सफर का अंत, ऊपर से कप्तान का खराब खेल अलग. मुंबई इंडियसं को इन चीजों ने टेंशन दे दी है.
हर मोर्चे पर नाकाम हार्दिक को कौन लेगा?
सवाल है हार्दिक पंड्या ने किया क्या? उन्हें कप्तानी सौंपने का फायदा क्या मिला? इन सवालों के जवाब ढूढेंगे तो पता चलेगा कि हार्दिक ने जो इस सीजन में किया है, उसके बाद तो उन्हें कोई भी टीम नहीं रखना चाहेगी. हार्दिक पंड्य कप्तानी, बल्लेबाजी और गेंदबाजी तीनों ही मोर्चों पर विफल रहे हैं.
बल्लेबाजी में 14 मैचों में उनका औसत सिर्फ 18 का रहा. उनके बल्ले से कोई अर्धशतक नहीं निकला. और, शतक तो भूल ही जाइए. उन्होंने 14 मैचों की 13 पारियों में सिर्फ 216 रन बनाए और टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में छठे नंबर पर रहे. ऐसा ही हाल हार्दिक पंड्या का गेंदबाजी में भी रहा. गेंदबाजी में 35.18 की औसत से उन्होंने सिर्फ 11 विकेट लिए. इस दौरान उनकी इकॉनमी भी 10 से ऊपर रही.
कप्तानी, जिसे लेकर मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पंड्या पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया था, वो भी खूब टूटा. IPL 2024 के दौरान पंड्या के कप्तानी की गाहे-बेगाहे लगातार आलोचना होती रही है. फिर चाहे वो टूर्नामेंट के शुरुआत में नई गेंद से बुमराह से गेंदबाजी ना कराना रहा हो या कुछ और.
किया-धरा कुछ नहीं, नुकसान झेला 30 लाख का
बतौर कप्तान हार्दिक पंड्या टीम के ओवर रेट को भी मैनेज करने में नाकाम होते दिखे. IPL 2024 में उनसे ये गलती 3 बार हुई, जिसकी बदौलत उन पर 30 लाख रुपये के जुर्माने के अलावा एक मैच का बैन लगा है. अब एक हार्दिक की अगर इतनी सारी नाकामियां हों और किसी भी मोर्चे पर कामयाब ना दिखे, तो फिर बात तो सही ही है कि उन्हें टीम में रखना कौन चाहेगा? पहले तो यही देखना है कि अगले मेगा ऑक्शन से पहले मुंबई फ्रेंचाइजी ही उन्हें रिटेन करती है या नहीं.