The News Air – मुंबई के अंधेरी इलाक़े में स्थित फेमस दीपा बार में एक अंडरग्राउंड तहख़ाने का पता चला है। इस तहख़ाने एक अंदर 17 लड़कियों को ठूस कर बंद किया गया था। यह सभी बार बालाएं बताई जा रही हैं। इनमें से कइयों की उम्र बहुत कम है। जिस तहख़ाने का पता पुलिस को चला है, उसमें खड़ा हो पाना भी मुश्किल था। तक़रीबन 15 घंटे से ज़्यादा की कार्रवाई के बाद मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच की टीम ने इस गुप्त तहख़ाने का राज़ खोला है।
ख़ास यह है कि इस तहख़ाने के अंदर जाने का रास्ता मेकअप रूम की दीवार में लगे शीशे के पीछे से जाता था। इसमें ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक डोर लगे थे। तहख़ाने के अंदर एक AC भी लगा था। उसके अंदर से बिस्तर भी लगे हुए थे। सोशल सर्विस ब्रांच के डीसीपी राजु भुजबल ने बताया कि मुंबई की NGO कवच की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।
भुजबल ने बताया कि यह रेड रात रविवार शाम से शुरू हुई और पूरी रात चली है। 15 घंटे की कड़ी कार्रवाई के बाद 17 डांसर्स को मुक्त करवाया और बार के मैनेजर, कैशियर समेत 3 स्टाफ़ को अरेस्ट किया है। अंधेरी पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर FIR दर्ज़ हुई है और पड़ताल जारी है। इन सभी पर कोविड नियमों के उल्लंघन और आर्केस्ट्रा की परमीशन पर डांस बार चलाने का केस दर्ज़ किया है।
लॉकडाउन में भी चल रहा था यह बार
मुंबई में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत सभी डांस बार को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। इसके बावजूद यह धड़ल्ले से चल रहा था। पुलिस टीम को यह भी जानकारी मिली है कि यहां हर दिन सैंकड़ों लोग आते थे और डांस के दौरान इन बार बालाओं पर रुपए लुटाते थे। पुलिस की रेड से बचने के लिए ही ऐसे तहख़ाने का निर्माण किया गया था। सूत्रों की मने तो यह बार तब भी चल रहा था, जब देश में कोरोना के प्रतिबंध लगे हुए थे।
आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से लैस था यह बार
पुलिस से बचने के लिए इस डांस बार मे आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का बेहतरीन इंतज़ाम किया गया था। पुलिस की गाड़ी इस इलाक़े में जैसे ही आती थी, बार के बाहर लगे कैमरे अंदर बैठे लोगों को अलर्ट कर देते थे और लड़कियों को तुरंत ग़ायब कर दिया जाता था। इससे पहले भी कई बार यहां रेड हुई, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था।
ऐसे हुआ बार में तहख़ाने का खुलासा
बार में डांसर्स होने की पुख़्ता सूचना के आबाद देर रात हुई रेड में बाथरूम, स्टोरेज रूम, किचन हर जगह छापा मारा गया, लेकिन पुलिस टीम के हाथ कुछ नहीं लगा। बार के मैनेजर कैशियर वेटर सबसे घंटों पूछताछ हुई, लेकिन बार में डांसर होने की बात को वे खारिज करते रहे। इसी बीच NGO की टीम के लोग मेकअप रूम में गए तो उन्होंने देखा कि वहाँ एक बड़ा सा मिरर लगा हुआ था। इसपर उन्हें संदेह हुआ और फिर उसे हटाने का प्रयास शुरू हुआ। जब इस शीशे को दीवार से अलग करने की कोशिश की गई तो पता चला की ये दीवार में इस क़दर फीट है और इसे निकाल पाना असंभव है। इसके बाद बड़ा सा हथौड़ा मंगवाया गया और शीशे को तोड़ा गया।
कई दिनों तक लड़कियों को इसमें रखने की थी प्लानिंग
शीशे को पुलिस ने जैसे ही तोड़ा उनके पैर के नीचे से ज़मीन खिसक गई। उसके पीछे एक बड़ा सा गुप्त रूम था, जिसे ‘कैविटी’ कहते है। इसकी क्षमता इतनी थी की, इसमें कुल 17 बार डांसर को छुपा कर रखा गया था। इसके बाद तहख़ाने से एक के बाद एक बार डांसर्स के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ। इस तहख़ाने में जाने का रास्ता एक ऑटोमेटिक डोर से था। हालांकि, पुलिस इस बात का पता लगाने में नाकाम रही कि आख़िर इस गुप्त तहख़ाने का रिमोट कंट्रोल कहा था। AC और बिस्तर के अलावा इसमें कई फूड पैकेट भी मौजूद थे। पुलिस का मानना है कि तहख़ाने में लड़कियों को कई दिनों तक रखने की प्लानिंग यहां के लोगों ने की थी। इस कमरे में AC तो था, लेकिन वेंटीलेशन के लिए कोई जगह नहीं थी।