Gold Rate Today: डिजिटल सोने के बाजार में भारी गिरावट – क्या आप भी डिजिटल सोना (Digital Gold) खरीदकर अपने भविष्य को सुरक्षित मान रहे हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। देश में यूपीआई (UPI) के जरिए डिजिटल सोना खरीदने का चलन तेजी से बढ़ा था, लेकिन अब इसमें अचानक भारी गिरावट देखी गई है। सेबी (SEBI) की एक चेतावनी ने निवेशकों की नींद उड़ा दी है और लोग अब डिजिटल सोने से दूरी बनाने लगे हैं।
अक्टूबर में 61% गिरी खरीद
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के ताजा आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है। अक्टूबर महीने में यूपीआई के जरिए डिजिटल सोने की खरीद में 61% की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जो इस साल का सबसे निचला स्तर है। जहां सितंबर में 1410 करोड़ रुपये का डिजिटल सोना बिका था, वहीं अक्टूबर में यह आंकड़ा सिमटकर मात्र 550 करोड़ रुपये रह गया। साल 2025 के लिए भी औसत खरीद का अनुमान लगभग 951 करोड़ रुपये है, जो मौजूदा रुझान से कहीं ज्यादा है।
सेबी ने आखिर क्या कहा?
इस गिरावट की मुख्य वजह शेयर बाजार नियामक सेबी (SEBI) की वह चेतावनी है, जिसमें साफ कहा गया है कि भारत में डिजिटल गोल्ड किसी भी सरकारी संस्था द्वारा विनियमित (Regulated) नहीं है। इसका सीधा मतलब है कि अगर आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, तो इसकी निगरानी न तो आरबीआई (RBI) करता है और न ही सेबी। ऐसे में अगर डिजिटल सोना बेचने वाला कोई प्लेटफॉर्म अपनी दुकान बंद कर देता है या भाग जाता है, तो आपका पैसा डूब सकता है और आप कहीं शिकायत भी नहीं कर पाएंगे।
इन्फ्लुएंसर्स ने भी किया आगाह
अक्टूबर महीने में सिर्फ सेबी ही नहीं, बल्कि कई बड़े डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स ने भी सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स को डिजिटल सोना खरीदने से मना किया। उनका तर्क भी यही था कि चूंकि यह क्षेत्र किसी नियम-कानून के दायरे में नहीं आता, इसलिए यहां जोखिम बहुत ज्यादा है। अगर कंपनी बंद हो गई, तो न तो आपको आपका पैसा मिलेगा और न ही वह सोना, जिसका वादा आपसे किया गया था।
लेनदेन की संख्या में 80% की गिरावट
सिर्फ रकम ही नहीं, बल्कि डिजिटल सोने के लेनदेन (Transactions) की संख्या में भी भारी कमी आई है। अगस्त और सितंबर में जहां 100 मिलियन से ज्यादा ट्रांजेक्शन हुए थे, वहीं अक्टूबर में यह संख्या गिरकर महज 21 मिलियन रह गई। यह लगभग 80% की गिरावट है, जो यह बताती है कि आम जनता अब इस निवेश से कितनी डर गई है।
जानें पूरा मामला
डिजिटल गोल्ड एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए आप वर्चुअली सोना खरीदते हैं। बेचने वाले प्लेटफॉर्म दावा करते हैं कि वे आपके नाम पर उतनी ही मात्रा में फिजिकल गोल्ड अपने लॉकर में सुरक्षित रखते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि इस पूरी प्रक्रिया पर किसी सरकारी एजेंसी की कोई निगरानी नहीं है। सेबी ने इसी खतरे को भांपते हुए निवेशकों को सचेत किया है कि वे बिना सोचे-समझे इसमें पैसा न लगाएं, क्योंकि सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है।
मुख्य बातें (Key Points)
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अक्टूबर में डिजिटल सोने की खरीद में 61% की भारी गिरावट आई।
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सेबी ने चेतावनी दी है कि डिजिटल गोल्ड किसी भी नियामक संस्था (Regulated Body) के अधीन नहीं है।
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डिजिटल सोना बेचने वाली कंपनी बंद होने पर निवेशकों का पैसा डूब सकता है।
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अगस्त-सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में ट्रांजेक्शन की संख्या 100 मिलियन से गिरकर 21 मिलियन रह गई।






