बैंकॉक (Bangkok), 23 जनवरी (The News Air): थाईलैंड (Thailand) ने इतिहास रचते हुए समलैंगिक विवाह (Same-Sex Marriage) को कानूनी मान्यता दे दी है। इस कदम के साथ, थाईलैंड दक्षिण-पूर्व एशिया (Southeast Asia) का पहला देश बन गया है, जिसने LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों को इस स्तर पर मान्यता दी है। गुरुवार को जैसे ही यह कानून लागू हुआ, देशभर में जश्न का माहौल छा गया।
Same sex couples are allowed to marry today in Thailand for the first time. It’s the first country in South East Asia to legalize gay marriage and only the third country in Asia- after Taiwan and Nepal. More coming up on @SkyNews pic.twitter.com/9jf5NmGT5D
— Cordelia Lynch (@CordeliaSkyNews) January 23, 2025
समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला थाईलैंड एशिया का तीसरा देश बन गया है। इससे पहले ताइवान (Taiwan) और नेपाल (Nepal) ने इस दिशा में कदम बढ़ाए थे।
पहला रजिस्ट्रेशन और हाई-प्रोफाइल कपल्स की शादी
गुरुवार की सुबह बैंकॉक (Bangkok) में स्थित एक रजिस्ट्री कार्यालय में एक हाई-प्रोफाइल समलैंगिक जोड़े ने अपनी शादी रजिस्टर करवाई। कपल को गुलाबी बॉर्डर वाला मैरेज सर्टिफिकेट (Marriage Certificate) सौंपा गया। इस ऐतिहासिक दिन पर कपल ने कहा,
“हमने इस पल के लिए दशकों तक संघर्ष किया। यह हमारे और पूरी LGBTQ+ कम्युनिटी के लिए एक उल्लेखनीय दिन है।”
300 से ज्यादा शादियों की उम्मीद, भव्य आयोजन
गुरुवार को बैंकॉक के एक बड़े शॉपिंग मॉल में आयोजित प्रदर्शनी हॉल में लगभग 300 LGBTQ+ जोड़ों की औपचारिकताएं पूरी होने की उम्मीद है। इसके अलावा देशभर में कई और कपल्स ने अपने विवाह को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
यह कदम थाईलैंड की संसद के दोनों सदनों द्वारा समान विवाह विधेयक पारित करने के बाद संभव हो पाया।
राजा महा वजीरालोंगकोर्न (Maha Vajiralongkorn) की मुहर से बना कानून
सितंबर 2024 में थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने समान विवाह कानून की पुष्टि की थी। 120 दिनों के बाद यह कानून लागू हुआ, जो वर्षों से चले आ रहे LGBTQ+ अधिकारों के लिए संघर्ष का परिणाम है।
समलैंगिक विवाह पर थाईलैंड का नजरिया
थाईलैंड को प्राइड परेड्स (Pride Parades) और LGBTQ+ समुदाय के प्रति खुलेपन के लिए जाना जाता है। हर साल हजारों लोग बैंकॉक प्राइड परेड में हिस्सा लेते हैं। लेकिन इसके बावजूद, देश में LGBTQ+ समुदाय को रूढ़िवादी समाज के कारण लंबे समय तक भेदभाव का सामना करना पड़ा।
LGBTQ+ समुदाय के कार्यकर्ताओं का कहना है कि हाल के वर्षों में स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन समान विवाह कानून ने इसे और मजबूत आधार दिया है।
सरकारी कार्यशालाओं से बदली मानसिकता
बैंकॉक प्रशासन ने विवाह रजिस्ट्रेशन से जुड़े जिला कार्यालयों के कर्मचारियों के लिए लैंगिक विविधता (Gender Diversity) पर आधारित कार्यशालाओं का आयोजन किया। इन कार्यशालाओं में LGBTQ+ लोगों के साथ उचित संवाद और उनकी जरूरतों को समझने का प्रशिक्षण दिया गया।
थाईलैंड के LGBTQ+ समुदाय के लिए क्या है आगे का रास्ता?
समलैंगिक विवाह को मान्यता देना थाईलैंड के LGBTQ+ समुदाय के लिए एक बड़ा कदम है, लेकिन समुदाय के सदस्यों का कहना है कि अभी भी कई सुधार बाकी हैं। भेदभाव को पूरी तरह खत्म करने और समानता सुनिश्चित करने के लिए लंबे समय तक प्रयास की जरूरत है।
थाईलैंड का यह कदम न केवल एशिया में LGBTQ+ अधिकारों को नई दिशा देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर समानता और मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बनेगा।