जालंधर (The News Air) पंजाब के ड्रेनेज विभाग के प्रति राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल का गुस्सा अभी तक शांत नहीं हुआ है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए पहुंची केंद्र सरकार की 7 सदस्यीय टीम के सामने भी अपना रोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज विभाग ने समय पर अपना होमवर्क किया होता तो लोगों का इतना नुकसान न होता।
सीचेवाल ने कहा कि लोहियां में धुस्सी बांध बनाने वाले लोगों का साथ देने की बजाय ड्रेनेज विभाग आलोचना करने में लगा है। ड्रेनेज विभाग को तो लोगों के सहयोग के लिए उनकी प्रशंसा करनी चाहिए कि जिस धुस्सी बांध बनाने के काम को उन्होंने 3 महीने से भी ज्यादा समय में कम्प्लीट करने का एस्टीमेट दिया था, उसे संगतों ने 18 दिनों में ही बनाकर दे दिया है।
केंद्रीय टीम के सामने ड्रेनेज विभाग के प्रति अपना रोष जाहिर करते संत सीचेवाल।
विभाग को पता नहीं लोगों का काम क्यों रास नहीं आ रहा
केंद्रीय टीम के सामने राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि जिस काम को विभाग नहीं कर पाया, उस काम को जागरूक लोगों ने अपने ऊपर आई मुसीबत के बावजूद हौसला न हारते हुए कर दिखाया, लेकिन पता नहीं क्यों ड्रेनेज विभाग को लोगों का किया हुआ यह काम रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज विभाग को पता नहीं क्यों ऐसा लगता है कि लोग बांध बनाने का काम खुद क्यों कर रहे हैं।
काम न करने देने का ड्रेनेज विभाग ने लगाया था आरोप
लहियां में जब धक्का बस्की और गट्टा मुंडी कासो के पास टूटे 925 फीट ऊंचे धुस्सी बांध को बनाने का काम संत सीचेवाल ने शुरू किया तो ड्रेनेज विभाग ने 3 पत्र जारी करके सीधे-सीधे आरोप लगाया था कि वह उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं। जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव ने पत्र में लिखा था कि सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल के कहने पर विभाग को एक तरफ ही काम करने को कहा गया था।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मंडाला छन्ना में काम संभाला, लेकिन जब वह पूरा हो गया तो बाद में दूसरी तरफ आ गए। दूसरी तरफ काम अच्छी गति से चल रहा था। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने बताया है कि सीचेवाल विभाग से ठेकेदार को वापस भेजने को कह रहे हैं। उन्होंने अपने स्वयं सेवकों के साथ खुद काम शुरू कर दिया है। विभाग दरार की मरम्मत पूरा करने के अपने लक्ष्य से पीछे हो रहा है। यहां तक कि विभाग द्वारा नियुक्त ठेकेदार ने भी काम अधूरा छोड़ दिया है।