चंडीगढ़,17 मई
शिरोमणी अकाली दल ने आज मांग की कि जिस तरह से मंत्रियों और विधायकों को पहले भ्रष्टाचार में लिप्त होने के लिए प्रोत्साहित जा रहा था और फिर उन्हे सरकार के खिलाफ बोलेने से रोकने के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा है, के तरीके पर चर्चा करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए।
हाल ही में कई मंत्रियों और विधायकों से जुड़े घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व शिरोमणी अकाली दल के पूर्व मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कांग्रेस विधायक ने इस तथ्य को बयान किया कि सरकार अपने ही विधायकों के खिलाफ फाइलें बना रही है ताकि उन्हे मुख्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठाने से रोका जा सके।
डा. चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री का कर्तव्य है कि भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होने कहा, ‘ सरकारी एजेंसियों को अपने विधायकों यां विपक्षी दलों के खिलाफ बदलाखोरी के लिए इस्तेमाल नही किया जाना चाहिए’।उन्होने कहा कि सरकार का काम पारदर्शिता को सुनिश्चित करना है तथा मुलाजिमों की राजनीतिक सांझ की परवाह किए बगैर नियमों का पालन होना चाहिए। ऐसा न करने से लोकतंत्र तथा इसकी संस्थाएं कमजोर होती हैं।
डा. चीमा ने मांग की कि इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेसी विधायकों को भ्रष्टाचार की आज्ञा देने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।