जालंधर (The News Air) जालंधर शहर के सबसे पॉश एरिया मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में बेअदबी का मामला सामने आया है। गुरुघर में एक भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। इस निर्माण में लगी लेबर भी गुरुघर के अंदर ही निर्माण स्थल के पास रहती है। वहां पर धार्मिक ग्रंथ और अन्य धार्मिक सामग्री एक पोटली में बांध कर वहीं पर फेंके हुए थे जहां पर लेबर अपने जूते-चप्पल रखती है।
वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी ने लिया संज्ञान
वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी के नेताओं को सूचना मिली थी कि गुरुघर मॉडल टाउन में निर्माण कार्य चल रहा है और निर्माण कार्य में लगी लेबर भी वहीं पर रहती है। वहां पर कुछ धार्मिक पोस्टर पड़े है जिनपर लेबर सोती और बैठती है साथ ही वहीं पर जो धार्मिक ग्रंथ एक कपड़े की पोटली में बांध कर रखे हैं उसके पास ही लेबर अपने जूते चप्पल उतारती है। इसी सूचना पर आज वारिस पंजाब दे के सदस्य ओंकार सिंह अन्य संगठनों के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे और सूचना को सही पाया।
लेबर की जेबों से मिली तंबाकू की पुड़ियां
लेबर ने पी रखी थी शराब जेब में थी तंबाकू की पुड़ियां
सिख जत्थेबंदियों ने मौके पर जाकर देखा तो वहां पर काम करने वाले कुछ लोगों ने शराब पी रखी थी। इतना ही नहीं लेबर की जेबों में से तंबाकू की पुड़ियां भी बरामद हुई हैं। सदस्यों ने एतराज जताया कि गुरुघर के अंदर ही तंबाकू और शराब का सेवन चल रहा है। धार्मिक ग्रंथों को पैरों तले रोंदा जा रहा है और कमेटी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
गुरुघर में बैठी लेबर
सिख जत्थेबंदियों ने उठाई धार्मिक सामग्री
सिख जत्थेबंदियों ने पांवों के तले रौंदी जा रही धार्मिक सामग्री को मौके पर जाकर इकट्ठा किया। इसके बाद इसे पूरी सम्मान के साथ गुरुघर में पहुंचाया। सिख जत्थेबंदियों ने मौके पर कमेटी के सदस्यों को भी बुलाया। सदस्यों को भ बेअदबी की सारी वीडियो दिखाई। सूचना मिलते ही गुरुघर में डीसीपी जगमोहन, एडीसीपी जगजीत सिंह सरोया और एसीपी मॉडल टाउन रणधीर कुमार सहित थाना डिवीजन नंबर छह की पुलिस मौके पर पहुंच गई।
कमेटी के साथ बातचीत करते सिख जत्थेबंदियोॆ के नेता
माफी मांग कर जान छुड़ाई
गुरुघर में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को देखकर सिख जत्थेबंदियां भड़क उठी। उन्हें गुरुद्वारा सिंह सभी के सदस्यों ने बड़ी मुश्किल के साथ शांत करवाया। कमेटी ने सबके सामने माना कि यह गलती उनकी है। उन्होंने मौके पर पहुंची सिख जत्थेबंदियों से माफी मांगी को मामले को यहीं पर शांत करने के लिए के लिए कहा। जिस पर सिख जत्थेबंदियों ने उन्हें माफ कर दिया। प्रबंधक कमेटी और मजदूरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया है और कहा कि आगे से ऐसी गलती ना की जाए।