Robert Vadra Land Deal Case : रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) एक बार फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate – ED) ने हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) स्थित शिकोहपुर गांव (Shikohpur Village) की एक लैंड डील के मामले में उन्हें समन जारी किया है। यह डील फरवरी 2008 में वाड्रा की फर्म स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड (Skylight Hospitality Pvt. Ltd.) के माध्यम से की गई थी, जिसके तहत 3.5 एकड़ ज़मीन ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज (Onkareshwar Properties) से 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी।
ईडी (ED) अधिकारियों के अनुसार इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है और वाड्रा से पूछताछ फाइनेंशियल ट्रांजेक्शंस की जानकारी के लिए की जा रही है। खास बात यह रही कि इस ज़मीन की म्यूटेशन यानी दाखिल खारिज की प्रक्रिया सिर्फ 25 घंटे में पूरी कर दी गई थी, जो शक के घेरे में है। वाड्रा पूछताछ के लिए ED दफ्तर भी पहुंच गए, जहां उन्होंने कहा कि उन्हें बार-बार दबाने की कोशिश की जाती है क्योंकि वह अल्पसंख्यकों के हक में बोलते हैं।
इस केस में पहली एफआईआर हरियाणा पुलिस ने 2018 में दर्ज की थी। दिसंबर 2023 में हिंदुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) ने एक रिपोर्ट में बताया था कि इस केस में भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) और ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा (Sumit Chadha) पर चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि वाड्रा और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने हरियाणा में कई एकड़ जमीन खरीदी थी।
इस डील में सीसी थंपी (CC Thampi) का भी नाम जुड़ा है, जिसे जनवरी 2020 में अरेस्ट किया गया था। थंपी ने बताया था कि वह पिछले 10 सालों से रॉबर्ट वाड्रा को जानते हैं और उनका परिचय सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के पीए के ज़रिए हुआ था। जांच एजेंसी के मुताबिक, थंपी ने 2005 से 2008 के दौरान फरीदाबाद (Faridabad) के अमीपुर गांव (Amipur Village) में 486 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसमें एचएल पाहवा (HL Pahwa) नामक प्रॉपर्टी एजेंट की भूमिका रही।
चार्जशीट में दावा है कि रॉबर्ट वाड्रा ने भी अमीपुर गांव में 40 एकड़ ज़मीन पाहवा से खरीदी और 2010 में उसे बेच दिया। वहीं, प्रियंका गांधी ने भी अप्रैल 2006 में 5 एकड़ ज़मीन खरीदी थी, जिसे 2010 में पाहवा को ही बेच दिया गया। इसके अलावा लंदन (London) में रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर एक प्लॉट भी बताया जा रहा है, जिसे खरीदने में सीसी थंपी ने मदद की थी।
इस केस में फिलहाल रॉबर्ट वाड्रा को आरोपी के तौर पर नामित नहीं किया गया है, लेकिन चार्जशीट में उनके और थंपी के बीच हुई डील्स और मुलाकातों का पूरा विवरण दर्ज है। ED अब वाड्रा के बयान और ट्रांजेक्शन डिटेल्स के आधार पर आगे की जांच करेगी।