Rishi Sunak at COP27 : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को सोमवार, 7 नवंबर को एक बेहद असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, जब एक कार्यक्रम से उनको बाहर निकाल दिया गया। सुनक के साथ यह घटना सीओपी27 इवेंट (COP27 event) के दौरान हुई। इस घटना से वहां मौजूद दर्जनों लोग हक्के बक्के रह गए।
इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि Rishi Sunak उस समय क्लाइमेट चेंज पर हो रहे एक इवेंट में स्टेज पर बैठे थे, तब उनके सहयोगियों ने उनके कान में कुछ कहा। फिर, एक के बाद एक करके दो सहयोगी आए और उन्हें उस कार्यक्रम को छोड़ने के लिए राजी कर लिया।
ऐसे हुई पूरी घटना
यूके के कार्बन ब्रीफ के डायरेक्टर लिओ हिकमैन ने इस वीडियो को दिए कैप्शन में लिखा, “यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को #COP27 के दौरान फॉरेस्ट्स पार्टनरशिप के लॉन्च के दौरान उनके सहयोगियों ने कमरे से बाहर निकाल दिया।”
हिकमैन के मुताबिक, एक सहयोगी ने सुनक के कान में एक मिनट से ज्यादा समय तक कुछ फुसफुसाया, लेकिन ब्रिटेन के पीएम बैठे रहे। हालांकि, एक अन्य साथी स्टेज पर आया और उनसे इवेंट से जाने का अनुरोध किया। हिकमैन ने ट्वीट किया, ऐसी चर्चा हो रही है कि उनको उस समय एवेंट से जाने के लिए कहा गया। लेकिन सुनक बैठे रहे। फिर एक अन्य सहयोगी वापस लौटा और उनसे जाने का अनुरोध किया।
अचानक बाहर निकल गए सुनक
इसके बाद, सुनक अचानक COP27 को छोड़कर निकल गए। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि सुनक को अपने सहयोगियों से ऐसी क्या जानकारी मिली जिसके चलते वह क्लाइमेट समिट को बीच में छोड़कर निकल गए।
इससे पहले, पिछले सप्ताह ऋषि सुनक ने जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेने का ऐलान किया था। उनका यह फैसला कुर्सी संभालने के बाद पहला बड़ा यू-टर्न माना जा रहा है। यू-टर्न इसलिए क्योंकि हाल ही में सुनक के ऑफिस की तरफ से बयान जारी करके कहा गया था कि वह इस मीटिंग का हिस्सा नहीं होंगे। उनके इस फैसले के बाद से उन्हें क्लाइमेट एक्विटिस्ट्स और अपनी सरकार के अंदर से ही आलोचना का सामना करना पड़ा था।
अब ऋषि सुनक ने अपने फैसले को बदलते हुए ट्वीट करते हुए कहा, जलवायु परिवर्तन पर एक्शन लिए बिना भविष्य में समृद्धि की उम्मीद नहीं की जा सकती है। सुनक ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश किए बिना भविष्य में ऊर्जा के बात करना बेमानी है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन में आर्थिक संकट और अन्य घरेलू मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शर्म अल-शेख में होने वाली बैठक में भाग नहीं लेंगे।