Central Govt Employees Pension Update – केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद के जीवन को आसान, सुरक्षित और चिंतामुक्त बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह (Dr. Jitendra Singh) 29 दिसंबर 2025 को महाराष्ट्र के पुणे में एक विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए आयोजित ’58वीं सेवानिवृत्ति पूर्व परामर्श कार्यशाला’ (Pre-Retirement Counseling Workshop) है, जो रिटायर होने वाले कर्मचारियों के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी।
‘जीवन को सुगम’ बनाने की क्रांतिकारी पहल
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री के ‘ईज ऑफ लिविंग’ (Ease of Living) के विजन को साकार करना है। अक्सर देखा गया है कि नौकरी के दौरान तो सब ठीक रहता है, लेकिन रिटायरमेंट के कागजी कामकाज और भविष्य की प्लानिंग में कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यह कार्यशाला इसी समस्या का समाधान है। यहां कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति लाभ, सीजीएचएस (CGHS) की सुविधाएं और निवेश के सही तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
भविष्य पोर्टल और डिजिटल सुविधाओं की जानकारी
पुणे में होने वाली इस कार्यशाला में डिजिटल सशक्तिकरण पर खास जोर दिया जाएगा। कर्मचारियों को ‘भविष्य पोर्टल’ (Bhavishya Portal), ‘एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल’ और ‘डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र’ (Digital Life Certificate) जैसी आधुनिक तकनीकों के बारे में बताया जाएगा। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि बुजुर्ग पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन या अन्य सुविधाओं के लिए दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें और वे घर बैठे इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
350 कर्मचारियों को मिलेगा सीधा फायदा
इस कार्यशाला से महाराष्ट्र में तैनात उन करीब 350 केंद्रीय कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा, जो अगले 12 महीनों के भीतर रिटायर होने वाले हैं। इसके अलावा, विभाग पेंशन वितरण करने वाले बैंकों के लिए ’11वां बैंकर जागरुकता कार्यक्रम’ भी आयोजित करेगा। कार्यक्रम के दौरान बैंकों की एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जहां बैंक अधिकारी रिटायर होने वाले कर्मचारियों को पेंशन खाता खोलने और सुरक्षित निवेश विकल्पों के बारे में मौके पर ही गाइड करेंगे।
विश्लेषण: सिर्फ पेंशन नहीं, सम्मान की गारंटी (Expert Analysis)
अक्सर रिटायरमेंट को करियर का अंत मान लिया जाता है, लेकिन सरकार की यह पहल इसे ‘नई शुरुआत’ में बदलने की कोशिश है। सेवानिवृत्ति पूर्व परामर्श (Pre-Retirement Counseling) केवल वित्तीय जानकारी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों को मानसिक रूप से रिटायरमेंट के लिए तैयार करने का एक सशक्त माध्यम है। जब एक कर्मचारी को पता होता है कि उसका पैसा कहां निवेश करना है और स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे मिलेंगी, तो उसका भविष्य सुरक्षित महसूस होता है। बैंकों को सीधे इस प्रक्रिया में शामिल करना पारदर्शिता को बढ़ाता है और बिचौलियों की भूमिका को खत्म करता है।
जानें पूरा मामला (Background)
भारत सरकार का पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग लगातार पेंशन नियमों को सरल और डिजिटल बनाने पर काम कर रहा है। इसी के तहत देश भर में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। पुणे में आयोजित होने वाली यह 58वीं कार्यशाला इसी श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह कर रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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Dr. Jitendra Singh 29 दिसंबर 2025 को पुणे में कार्यशाला का उद्घाटन करेंगे।
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यह 58th Pre-Retirement Counseling Workshop केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है।
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अगले 12 महीनों में रिटायर होने वाले 350 Employees को सीधा लाभ मिलेगा।
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कार्यशाला में Bhavishya Portal, CGHS और डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट पर फोकस रहेगा।
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पेंशन वितरण करने वाले बैंक Exhibition लगाकर निवेश की जानकारी देंगे।






