Renuka Chowdhury Parliament Dog Row: संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session 2025) की शुरुआत सियासी हंगामे और एक अनोखे विवाद के साथ हुई है। जहां एक तरफ सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नीतियों को लेकर तकरार होनी थी, वहीं चर्चा का केंद्र एक ‘छोटा सा मेहमान’ बन गया। राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी अपनी गाड़ी में एक कुत्ते (Dog) को लेकर संसद परिसर पहुंच गईं। जब इस पर सवाल उठे, तो उन्होंने ऐसा बयान दिया जिसने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है।
संसद भवन जो देश की सर्वोच्च विधायी संस्था है, वहां सोमवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला। रेणुका चौधरी की गाड़ी में बैठा उनका पालतू कुत्ता सबका ध्यान खींच रहा था। हालांकि, संसद परिसर में इस डॉग की मौजूदगी कई लोगों, खासकर बीजेपी सांसदों को बिल्कुल रास नहीं आई। जब इस पर आपत्ति जताई गई, तो रेणुका चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार को तो जानवरों से भी खास दिक्कत है।
‘काटने वाले लोग तो पार्लियामेंट के अंदर हैं’
जब रेणुका चौधरी से उनके पेट डॉग को साथ लाने और सुरक्षा चिंताओं पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बेहद तीखा और विवादास्पद जवाब दिया। उन्होंने कहा, “यह कुत्ता काटता नहीं है, यह गूंगा जानवर है। इसे गाड़ी में रहने से क्या तकलीफ है?” उन्होंने आगे जो कहा वह और भी चौंकाने वाला था। रेणुका ने कहा, “काटने वाला कुत्ता दिखा क्या? इतनी सी तो है। काटने वाले और हैं पार्लियामेंट में, कुत्ते नहीं।” उन्होंने सुरक्षा के सवाल पर भी पलटवार करते हुए पूछा कि क्या अब कुत्ते का भी पास बनेगा?
बीजेपी ने बताया लोकतंत्र का अपमान
रेणुका चौधरी के इस आचरण और बयान पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है। डुमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने इसे संसद की मर्यादा का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि एक सांसद होने के नाते रेणुका चौधरी के पास विशेषाधिकार जरूर हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे अमर्यादित आचरण करें। जगदंबिका पाल ने कहा कि संसद देश की नीतियों पर चर्चा करने और जनता की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने की जगह है। वहां डॉग को लाना और फिर ऐसा बयान देना देश को शर्मसार करने जैसा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर कुठाराघात बताते हुए रेणुका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीएम मोदी को बताया ‘बेस्ट एक्टर’
विवाद सिर्फ डॉग तक सीमित नहीं रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष को दी गई नसीहत पर भी रेणुका चौधरी ने करारा हमला बोला। दरअसल, सेशन शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को सलाह दी थी कि वे पराजय की हताशा में सदन में हंगामा और नारेबाजी न करें, बल्कि नीति पर चर्चा करें। इस पर पलटवार करते हुए रेणुका ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘बेस्ट एक्टर’ और ‘बेस्ट राइटर’ का अवॉर्ड मिलना चाहिए।
सत्र की अवधि घटाने पर सरकार को घेरा
रेणुका चौधरी ने सरकार पर संसद सत्र की अवधि कम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि असली ड्रामा तो यह है कि एक महीने चलने वाले विंटर सेशन को काटकर सिर्फ 15 दिन का कर दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया, “आप क्यों बौखला रहे हैं कि हम हाउस में कौन सा मुद्दा उठाएंगे? क्या मुद्दे कम थे जो सेशन छोटा कर दिया?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार को फिल्मफेयर या वेलफेयर अवॉर्ड्स अपने आप मिल जाएंगे।
आम आदमी पर इसका असर
संसद, जहां जनता से जुड़े गंभीर मुद्दों और कानूनों पर चर्चा होनी चाहिए, वहां इस तरह के विवाद और निजी कटाक्ष आम नागरिक को निराश करते हैं। जब जनप्रतिनिधि पालतू जानवरों या एक-दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणियों में उलझते हैं, तो महंगाई, रोजगार और सुरक्षा जैसे बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकता है, जिसका सीधा असर आम आदमी के जीवन पर पड़ता है।
जानें पूरा मामला
1 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है। पहले ही दिन कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी अपने पालतू कुत्ते के साथ संसद परिसर पहुंचीं, जिसका वीडियो और तस्वीरें सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया। बीजेपी सांसदों ने इसे नियमों के खिलाफ बताया, जबकि रेणुका ने अपने बचाव में संसद के भीतर बैठे लोगों पर ही तंज कस दिया। इसके साथ ही सत्र की कम अवधि को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
मुख्य बातें (Key Points)
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रेणुका चौधरी संसद परिसर में अपने पालतू कुत्ते के साथ पहुंचीं।
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बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने इसे संसद और लोकतंत्र का अपमान बताया।
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रेणुका ने विवादित बयान दिया: “कुत्ता नहीं काटता, काटने वाले संसद के अंदर हैं।”
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पीएम मोदी की नसीहत पर रेणुका ने उन्हें ‘बेस्ट एक्टर’ का अवॉर्ड देने की बात कही।
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विपक्ष ने संसद सत्र को एक महीने से घटाकर 15 दिन करने पर सवाल उठाए।






