कल यानी कि सोमवार 8 मई को वित्त मंत्री ने FSDC की बैठक में इकोनॉमी की समीक्षा की गई। इस बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समेत दूसरे फाइनेंशियल रेगुलेटर के चीफ भी शामिल हुए थे। इस बैठक में RBI ने कहा कि उनके द्वारा भारतीय बैंको का स्ट्रेस टेस्ट किया गया है। स्ट्रेस टेस्ट के मुताबिक बैंकों में रिस्क नहीं है। RBI के मुताबिक ब्याज दरों के रिस्क टेस्ट में सभी बैंक पास हो गये हैं। बैंक ने कहा कि MINIMUM CAPITAL REQUIREMENT के नीचे कोई बैंक नहीं है। आरबीआई ने जानकारी दी है कि HELD TO MATURITY के आधार पर स्ट्रेस टेस्ट हुआ।
इस खबर पर एक्सक्लूसिव जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण रॉय ने कहा कि RBI स्ट्रेस टेस्ट में बैंकों में रिस्क नहीं है। कल संपन्न हुई FSDC की बैठक में RBI ने ये जानकारी दी है। आरबीआई ने कहा कि यील्ड में 300 bps तक बदलाव करके देखा गया। जबकि ब्याज दरों के रिस्क टेस्ट में सभी बैंक पास हो गये हैं।
आरबीआई ने आगे कहा कि मिनिमम कैपिटल रिक्वायरमेंट के नीचे कोई बैंक नहीं मिला। ये स्ट्रेस टेस्ट HELD TO MATURITY के आधार पर हुआ। आरबीआई ने क्रेडिट सुइस, SVB संकट के बाद भारतीय बैंकों का स्ट्रेस टेस्ट किया। जिसके बाद आरबीआई ने कहा कि भारतीय बैंकों में CS, SVB जैसा रिस्क नहीं है।
रेगुलेटर बैंक ने क्रेडिट सुइस, SVB संकट के बाद भारतीय बैंकों अपनी निगरानी बढ़ाई है। इसके अलावा आरबीआई द्वारा अलग-अलग पैमाने पर बैंकों की समीक्षा करना भी जारी है। इसके साथ ही सभी बैंकों और टॉप 100 NBFCs पर RBI की पैनी नजर बनी हुई है।
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