Who is Jimmy Naval Tata: जब भी टाटा परिवार का जिक्र होता है, तो सबसे पहले रतन टाटा का नाम जुबां पर आता है। उनकी सादगी और देशप्रेम की मिसालें दी जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी परिवार में एक ऐसा शख्स भी है, जिसकी सादगी शायद रतन टाटा से भी एक कदम आगे है? यह हैं रतन टाटा के सगे छोटे भाई, Jimmy Naval Tata। अरबों की दौलत के वारिस होने के बावजूद, जिमी टाटा एक ऐसा जीवन जीते हैं जो आज के दौर में किसी फकीर से कम नहीं है।
2BHK फ्लैट और नो मोबाइल पॉलिसी
सोचिए, टाटा ग्रुप जैसा विशाल साम्राज्य और उसका वारिस एक छोटे से 2BHK फ्लैट में रहता हो! यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन 85 वर्षीय जिमी टाटा की यही हकीकत है। आज जब दुनिया स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के बिना एक पल नहीं गुजार सकती, जिमी टाटा के पास अपना मोबाइल फोन तक नहीं है। वे आज भी देश-दुनिया की खबरों के लिए अखबारों और किताबों पर निर्भर हैं। वे पूरी तरह से लाइमलाइट से दूर, एक शांत और एकांत जीवन जीना पसंद करते हैं।
टाटा ग्रुप में है अहम भूमिका
जिमी टाटा भले ही मीडिया के कैमरों से छिपकर रहते हों, लेकिन टाटा ग्रुप में उनकी भूमिका बेहद अहम है। वे Tata Motors, TCS, Tata Steel और Tata Power जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर होल्डर हैं। इसके अलावा, वे सर रतन टाटा ट्रस्ट (Sir Ratan Tata Trust) के ट्रस्टी भी हैं। कागजों पर वे एक बेहद शक्तिशाली व्यक्ति हैं, लेकिन उनका मानना है कि जब सिस्टम सही चल रहा हो, तो बेवजह दखल देने की जरूरत नहीं है।
2025 में क्यों आए सुर्खियों में?
जिमी टाटा अक्सर बोर्ड मीटिंग्स और वोटिंग से दूर ही रहते हैं। हाल ही में 2025 में सर रतन टाटा ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें मेहली मिस्त्री को आजीवन ट्रस्टी बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। खबर थी कि जिमी टाटा इस बैठक में शामिल नहीं हुए। उनकी यह गैर-मौजूदगी ही अब उनका ‘सिग्नेचर स्टाइल’ बन चुकी है। हालांकि, ट्रस्ट के फैसलों में उनकी राय हमेशा मायने रखती है।
रतन टाटा के साथ अटूट रिश्ता
रतन टाटा ने एक बार अपने इंस्टाग्राम पर बचपन की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर शेयर की थी, जिसमें वे अपने छोटे भाई जिमी के साथ नजर आ रहे थे। उन्होंने बताया था कि वे दोनों बचपन से ही कितने करीब रहे हैं। मशहूर उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी एक बार बताया था कि जिमी टाटा स्क्वैश के बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं और अक्सर उन्हें खेल में हरा दिया करते थे।
जानें पूरा मामला
जिमी टाटा की कहानी आज की दिखावे वाली दुनिया के लिए एक बड़ी सीख है। जहां सफलता का पैमाना महंगी गाड़ियों और गैजेट्स से मापा जाता है, वहीं जिमी टाटा साबित करते हैं कि असली अमीरी मन की शांति में है। अरबों का मालिक होकर भी सादगी से जीना और संस्कारों को बिजनेस से ऊपर रखना, यही टाटा परिवार की असली पहचान है।
मुख्य बातें (Key Points)
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जिमी टाटा रतन टाटा के सगे छोटे भाई हैं और मुंबई के कोलाबा में एक साधारण फ्लैट में रहते हैं।
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उनके पास मोबाइल फोन नहीं है और वे अखबारों के जरिए दुनिया से जुड़े रहते हैं।
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वे टाटा संस, टीसीएस, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील जैसी कंपनियों में शेयरहोल्डर हैं।
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सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी होने के बावजूद वे कंपनी के कामकाज में दखल नहीं देते।






