नई दिल्ली (New Delhi), 5 जनवरी (The News Air) दिल्ली विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के बीच सियासी बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) अपने विवादित बयान के कारण चर्चा में आ गए हैं। बिधूड़ी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “दिल्ली की सड़कों को प्रियंका गांधी के गालों की तरह बनाएंगे।” यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में हंगामा खड़ा हो गया।
विपक्ष की नाराजगी और विरोध प्रदर्शन : इस बयान पर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे महिला विरोधी और असंवेदनशील करार दिया।
- कांग्रेस ने इस बयान को महिलाओं के प्रति BJP की मानसिकता का प्रतिबिंब बताया और दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करते हुए बिधूड़ी का पुतला जलाया।
- सिख संगठनों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस बयान की कड़ी निंदा की।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने कहा, “यह बयान न केवल महिलाओं का अपमान है, बल्कि राजनीति के गिरते स्तर को भी दर्शाता है। BJP को अपने नेता से जवाब मांगना चाहिए।”
रमेश बिधूड़ी ने मांगी माफी : बढ़ते विवाद के बीच रमेश बिधूड़ी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा: “मेरे बयान को गलत संदर्भ में पेश किया गया है। मेरा मकसद किसी का अपमान करना नहीं था। अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद प्रकट करता हूं।”
किसी संदर्भ में मेरे द्वारा दिये गये बयान पर कुछ लोग ग़लत धारणा से राजनैतिक लाभ के लिए सोशल मीडिया पर बयान दे रहे है। मेरा आशय किसी को अपमानित करने का नहीं था। परंतु फिर भी अगर किसी भी व्यक्ति को दुख हुआ है तो मैं खेद प्रकट करता हूँ।@JPNadda @Virend_Sachdeva @PandaJay @ANI…
— Ramesh Bidhuri (@rameshbidhuri) January 5, 2025
बिधूड़ी ने अपने बयान को राजद (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के एक पुराने बयान से प्रेरित बताया। लालू यादव ने 90 के दशक में कहा था कि “पटना की सड़कों को हेमा मालिनी (Hema Malini) के गालों जैसा चिकना बनाएंगे।” हालांकि, उस समय यह बयान हास्यप्रद माना गया था और अधिक विवाद का कारण नहीं बना।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर (Twitter) और फेसबुक (Facebook) पर इस बयान को लेकर बहस छिड़ गई।
- #RameshBidhuri, #PriyankaGandhi और #WomenEmpowerment जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
- कई यूजर्स ने बिधूड़ी की माफी को राजनीति से प्रेरित बताया और उनके बयान को “अस्वीकार्य” करार दिया।
- वहीं, कुछ समर्थकों ने इसे विपक्ष द्वारा मुद्दे को तूल देने की कोशिश बताया।
महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता पर सवाल : यह घटना भारतीय राजनीति में महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता और भेदभावपूर्ण मानसिकता की ओर ध्यान खींचती है। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी (Atishi) ने कहा: “महिलाओं का सम्मान राजनीति की बुनियादी आवश्यकता होनी चाहिए। BJP जैसे दलों के नेता ऐसे बयान देकर अपनी असली सोच उजागर करते हैं।”
कानूनी और राजनीतिक प्रभाव : इस बयान के बाद BJP की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी दिल्ली चुनावों में पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
- कांग्रेस ने चुनाव आयोग (Election Commission) से बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- वहीं, आम आदमी पार्टी ने महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयानों पर कड़ी सजा की आवश्यकता पर बल दिया है।
समाज के लिए संदेश : यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि सार्वजनिक मंच पर नेताओं को अपनी भाषा और विचारों के प्रति अधिक सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए। महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता हर राजनीतिक दल और नेता की प्राथमिकता होनी चाहिए।