The News Air- पंजाब में बेअदबी के पीछे डेरा सच्चा सौदा मुखी बाबा राम रहीम है। पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने के बाद पुलिस ने राम रहीम को 2 और केस में मुख्य आरोपी के तौर पर नामज़द किया है। इनमें विवादित पोस्टर लगाने और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन अंग मिलने का मामला शामिल है। फरीदकोट कोर्ट ने अब डेरा मुखी को 4 मई को पेश होने के आदेश दिए हैं।
यह पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए होगी। बाबा अभी हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद है। दिलचस्प बात यह है कि राम रहीम के डेरे ने पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल और भाजपा का समर्थन किया था। उस वक़्त यह भी चर्चा थी कि चुनावों में समर्थन के लिए ही राम रहीम को ख़ास तौर पर 21 दिन की फरलो दी गई है। हालांकि भाजपा 2 और अकाली दल इस चुनाव में 3 सीटें ही जीत सका। वहीं AAP ने 117 में से 92 सीटें जीतीं।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर
पंजाब पुलिस ने इस संबंध में कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है। जिसमें कहा गया कि FIR नंबर 117 में विवादित पोस्टर के मामले के पीछे भी राम रहीम है। इसके अलावा FIR नंबर 128 के बेअदबी मामले में भी वही प्रमुख आरोपी है। इस मामले में बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन अंग गलियों में बिखरे मिले थे। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी होने की FIR नंबर 63 में पुलिस बाबा को पहले ही नामज़द कर चुकी है।
गोलीकांड में भी बाबा को नामज़द करने की मांग
इन मामलों के बाद अब बहबल कलां गोलीकांड में भी राम रहीम को नामज़द करने की मांग उठ रही है। गोलीकांड में मारे गए लोगों के परिजनों ने कहा कि इसका ज़िम्मेदार भी डेरा मुखी राम रहीम ही है। उसके ख़िलाफ़ भी केस दर्ज़ किया जाना चाहिए।
HC में SIT ने दिया था जवाब, डेरे में रची गई बेअदबी की साज़िश
साल 2015 के बेअदबी केस में पंजाब पुलिस की SIT ने HC में रिपोर्ट दी थी। इसमें कहा गया कि बेअदबी की पूरी साज़िश डेरा सच्चा सौदा के सिरसा हेडक्वार्टर में रची गई। IG एसपीएस परमार वाली SIT ने हाईकोर्ट में 65 पन्नों की स्टेट्स रिपोर्ट जमा की थी। राम रहीम से SIT ने सुनारिया जेल जाकर 114 सवाल पूछे थे। बाबा ने जवाब दिए, लेकिन बेअदबी से जुड़े हर सवाल से पल्ला झाड़ लिया।