Ayodhya Ram Mandir Pujari Salary अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर में 25 नवंबर का दिन ऐतिहासिक रहा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज की स्थापना की। इस अवसर पर देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने जहां प्रभु राम के आदर्शों को बताया, वहीं राम मंदिर के पुजारियों के वेतन और उनकी नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी भी सामने आई है।
राम मंदिर के पुजारियों की सैलरी में बड़ा बदलाव
राम मंदिर के पुजारियों और मंदिर कर्मियों के वेतन में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से हाल ही में बड़ा बदलाव किया गया है। ट्रस्ट ने वेतन बढ़ाकर पुजारियों को आर्थिक रूप से और मजबूत किया है।
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मुख्य पुजारी का वेतन: एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधान पुजारी का वेतन बढ़ाकर ₹35,000 से ज़्यादा कर दिया गया है।
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सहायक पुजारी का वेतन: सहायक पुजारियों की सैलरी ₹33,000 के पार निर्धारित की गई है।
पुजारी बनने की प्रक्रिया और योग्यता
राम मंदिर में पुजारी की नियुक्ति श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा की जाती है। पुजारी बनने के लिए कुछ योग्यताएं और प्रक्रियाएं अनिवार्य हैं:
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शिक्षा और ज्ञान: उम्मीदवार के पास संस्कृत, वेद, शास्त्र और पूजा विधि का पर्याप्त ज्ञान होना सबसे ज़रूरी है।
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शैक्षणिक स्तर: अधिकतर पुजारी आचार्य या शास्त्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त होते हैं।
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अनुभव और आचरण: बड़े मंदिर में पूजा का अनुभव, शांत और अनुशासन पूर्ण जीवन, और धार्मिक आचरण को भी महत्व दिया जाता है।
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चयन प्रक्रिया: उम्मीदवार का इंटरव्यू और पूजा विधि का प्रैक्टिकल टेस्ट भी लिया जाता है, जिसके बाद ही अंतिम चयन किया जाता है।
पीएम मोदी ने बताया ‘राम नाम’ का मतलब
ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में प्रभु राम के नाम का गहरा मतलब समझाया। उन्होंने कहा कि हमें याद रखना होगा:
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राम यानी आदर्श, मर्यादा।
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राम यानी जीवन का सर्वोच्च चरित्र।
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राम यानी सत्य और पराक्रम का संगम।
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राम यानी धर्म पथ पर चलने वाला व्यक्तित्व।
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राम यानी जनता के सुख को सर्वोपरि रखना।
पीएम मोदी ने कहा कि राम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक मूल्य, एक मर्यादा और एक दिशा हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत को साल 2047 तक विकसित बनाना है, तो हमें अपने भीतर राम को जगाना होगा और अपने भीतर के राम की प्राण प्रतिष्ठा करनी होगी।
अन्य प्रमुख कार्यक्रम
ध्वजारोहण से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में रोड शो किया और माता अन्नपूर्णा, शेषवतार और सप्तऋषि मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने रामलला की पूजा अर्चना की और फिर शुभ मुहूर्त में 22 फीट लंबे, 11 फीट चौड़े और लगभग 3 किलो वजनी धर्म ध्वजारोहण किया। इस ऐतिहासिक पल के गवाह सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत देश भर से आए करीब 7,000 मेहमान बने।
मुख्य बातें (Key Points)
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राम मंदिर के मुख्य पुजारी का वेतन ₹35,000 से अधिक और सहायक पुजारियों का वेतन ₹33,000 से अधिक निर्धारित किया गया है।
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पुजारी बनने के लिए संस्कृत, वेद, शास्त्र और पूजा विधि का ज्ञान, साथ ही इंटरव्यू और प्रैक्टिकल टेस्ट अनिवार्य है।
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पीएम मोदी ने कहा कि राम यानी आदर्श, मर्यादा और सत्य का संगम है, और हमें विकसित भारत के लिए अपने भीतर राम को जगाना होगा।
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पीएम मोदी ने 22 फीट लंबे, 11 फीट चौड़े धर्म ध्वज का ध्वजारोहण शुभ मुहूर्त में किया।






