Rakesh Jhunjhunwala Portfolio stocks : वैश्विक संकेतों के चलते वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही के दौरान शेयर बाजार में खासा उतार-चढ़ाव रहा। इस दौरान दलाल स्ट्रीट के दिग्गज इनवेस्टर्स में शुमार राकेश झुनझुनवाला अपने लिए कमाई के मौके खोजने में व्यस्त रहे। इस तिमाही में उन्होंने बेंगलुरु बेस्ड केनरा बैंक (Canara Bank) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह भारत सरकार के स्वामित्व वाला देश का तीसरी नेशनलाइज्ड बैंक है।
झुनझुनवाला ने बीते साल अगस्त में केनरा बैंक के शेयर को अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया था। तब से ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए वह बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
मार्च तिमाही में बढ़ाई हिस्सेदारी
मार्च, 2022 तक झुनझुनवाला ने Canara Bank में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 35,597,400 इक्विटी शेयर या 1.96 फीसदी हिस्सेदारी कर ली है। पिछली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर, 2021 के दौरान झुनझुनवाला की Canara Bank में होल्डिंग 1.6 फीसदी थी।
इस प्रकार, तिमाही आधार पर झुनझुनवाला की केनरा बैंक में हिस्सेदारी 0.36 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ गई है।
एक साल में दिया 70 फीसदी रिटर्न
शुक्रवार को बीएसई (BSE) पर केनरा बैंक का शेयर 0.63 फीसदी मजबूत होकर 248.30 रुपये पर बंद हुआ। मौजूदा स्टॉक प्राइस पर बैंक की वैल्यूएशन 45,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
केनरा बैंक के शेयर ने एक साल के दौरान लगभग 70 फीसदी का दमदार रिटर्न दिया है। बीते साल 8 अप्रैल पर बैंक का शेयर 147.2 रुपये पर था।
अच्छे रहे थे दिसंबर तिमाही के नतीजे
आगे बैंक चौथी तिमाही के नतीजों को लेकर सुर्खियों में रहेगा। इससे पहले दिसंबर, 2021 में समाप्त तिमाही में बैंक के नतीजे खासे अच्छे रहे थे। दिसंबर तिमाही में केनरा बैंक का प्रॉफिट सालाना आधार पर करीब 115 फीसदी बढ़कर 1502 करोड़ रुपये हो गया था, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक का मुनाफा 696.1 करोड़ रुपये रहा था। केनरा बैंक की ब्याज आय सालाना आधार पर 14.1 फीसदी बढ़कर 6945 करोड़ रुपये रही है। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक की ब्याज आय 6086.5 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही आधार पर बैंक की प्रोविजनिंग 3,360 करोड़ रुपये से घटकर 2,245 करोड़ रुपये पर आ गई है।
मजबूत है बैंकिंग सेक्टर का आउटलुक
लाइवमिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिओजित फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड ऑफ विनोद नायर ने कहा, “अब बाजार की नजर चौथी तिमाही के रिजल्ट सीजन पर टिकी हैं, जो आईटी और बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों के रिजल्ट्स के साथ अगले सप्ताह से शुरू होगा। क्रेडिट ग्रोथ और बैलेंस शीट में सुधार के चलते बैंकिंग सेक्टर का आउटलुक पहले से अच्छा बना हुआ है। वहीं सीजनली कमजोरी के चलते आईटी सेक्टर के लिए मिलाजुला आउटलुक है।”