Supreme Court Dog Shelter Order : कुत्तों (Dogs) को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के हालिया फैसले पर कांग्रेस (Congress) सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस आदेश से जानवरों के साथ अमानवीय व्यवहार होगा, क्योंकि शहरी क्षेत्रों में पहले से ही पर्याप्त शेल्टर (Shelter) उपलब्ध नहीं हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि कुत्ते मासूम, सुंदर और सौम्य जीव हैं, जो इस तरह की क्रूरता के हकदार नहीं हैं। इससे पहले रायबरेली (Rae Bareli) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी अदालत के फैसले में करुणा के अभाव की बात कही थी।
प्रियंका गांधी ने एक्स (X) पर लिखा कि आने वाले कुछ हफ्तों में शहर के कुत्तों को शेल्टर में ले जाने से उनके साथ गलत व्यवहार होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि बेजुबान जानवरों की देखभाल और सुरक्षा के लिए एक बेहतर समाधान तलाशना चाहिए, ताकि क्रूरता से बचा जा सके।
राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) से सभी आवारा कुत्तों को हटाने का उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) का निर्देश दशकों से चली आ रही मानवीय और विज्ञान-समर्थित नीति से पीछे हटने जैसा है। उनके अनुसार, कुत्ते कोई समस्या नहीं हैं जिन्हें खत्म किया जाए, बल्कि आश्रय स्थल (Shelter Homes), बधियाकरण (Sterilization), टीकाकरण (Vaccination) और सामुदायिक देखभाल (Community Care) से सड़कों को बिना क्रूरता के सुरक्षित बनाया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि समय के साथ कुत्तों के आश्रयों का विस्तार करना होगा। अदालत ने दिल्ली (Delhi) के अधिकारियों को 6 से 8 हफ्तों में करीब 5,000 कुत्तों के रहने लायक आश्रय स्थल बनाने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला (Justice JB Pardiwala) और न्यायमूर्ति आर महादेवन (Justice R. Mahadevan) की पीठ ने स्पष्ट चेतावनी दी कि आदेश के पालन में बाधा डालने वाले व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और अवमानना (Contempt) की कार्यवाही भी शुरू की जा सकती है।






