Election Rigging Allegations by Rahul Gandhi : Election Rigging Allegations by Rahul Gandhi एक बार फिर सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा चुनाव 2024 में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह “लोकतंत्र में चोरी का ब्लूप्रिंट” है और अब यही मॉडल बिहार (Bihar) समेत अन्य राज्यों में भी दोहराया जा सकता है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा चुनाव 2024 में सुनियोजित चुनावी धांधली (Election Rigging) का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अपने एक लेख ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ (Match Fixing Maharashtra) के ज़रिए यह दावा किया, जिसे इंडियन एक्सप्रेस (Indian Express) में प्रकाशित किया गया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी साझा किया गया।
How to steal an election?
Maharashtra assembly elections in 2024 were a blueprint for rigging democracy.
My article shows how this happened, step by step:
Step 1: Rig the panel for appointing the Election Commission
Step 2: Add fake voters to the roll
Step 3: Inflate voter… pic.twitter.com/ntCwtPVXTu— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 7, 2025
राहुल गांधी ने पांच चरणों में चुनावी धांधली का खाका प्रस्तुत करते हुए लिखा कि यह प्रक्रिया चुनाव आयोग (Election Commission) की नियुक्ति में हेरफेर से शुरू होती है। उन्होंने बताया कि 2023 में केंद्र सरकार द्वारा लागू नए कानून के तहत चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति समिति में मुख्य न्यायाधीश की जगह एक केंद्रीय मंत्री को शामिल किया गया, जिससे निष्पक्षता प्रभावित होती है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह बदलाव चुनाव आयोग की स्वायत्तता को कमजोर करता है। उन्होंने सवाल उठाया कि कोई निष्पक्ष निर्णायक को हटाकर अपने करीबी को क्यों लाएगा? इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़े गए, मतदान प्रतिशत में कृत्रिम रूप से बढ़ोतरी की गई, और भाजपा के कमजोर क्षेत्रों में बोगस वोटिंग कराई गई।
राहुल ने विशेष रूप से मतदान प्रतिशत में असामान्य वृद्धि की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि 2024 के विधानसभा चुनाव में शाम 5 बजे तक मतदान प्रतिशत 58.22% था, लेकिन अगले दिन यह आंकड़ा 66.05% तक पहुंच गया। यह 7.83% की बढ़त लगभग 76 लाख अतिरिक्त मतदाताओं के बराबर है। उन्होंने इसे सांख्यिकीय रूप से असंभव बताया और मतदाता सूची में गड़बड़ी का सबूत करार दिया।
राहुल गांधी ने कामठी (Kamthi) विधानसभा सीट का उदाहरण देते हुए बताया कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 1.36 लाख और भाजपा को 1.19 लाख वोट मिले थे। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वोट लगभग समान रहे जबकि भाजपा के वोट असामान्य रूप से बढ़ गए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा वोटिंग की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी (CCTV) फुटेज की मांग को खारिज कर दिया गया। इसके अलावा केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग से परामर्श के बाद 1961 के चुनाव नियमों में संशोधन कर इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स की उपलब्धता को भी प्रतिबंधित कर दिया। राहुल ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश बताते हुए कहा कि जहां-जहां भाजपा हारती दिख रही है, वहां यही रणनीति अपनाई जा रही है।
राहुल गांधी ने आशंका जताई कि अब यही मॉडल बिहार (Bihar) विधानसभा चुनाव 2025 में दोहराया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से लोकतंत्र की रक्षा और संविधान की आत्मा को बचाने की अपील की।
इस बीच चुनाव आयोग (Election Commission) ने राहुल के आरोपों को निराधार और बेतुका बताया है। आयोग ने बताया कि 9.77 करोड़ मतदाताओं में से केवल 89 अपीलें दर्ज हुईं और कांग्रेस ने 27,099 बूथ लेवल एजेंट तैनात किए थे, लेकिन किसी ने भी मतदान के दौरान कोई शिकायत नहीं की।
वहीं, भाजपा नेता अमित मालवीय (Amit Malviya) ने राहुल के बयान को जॉर्ज सोरोस (George Soros) की रणनीति करार देते हुए कहा कि यह देश की संस्थाओं में जनता का विश्वास खत्म करने का सुनियोजित प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह बयान भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है।