Rahu Dosh Nivaran Upay : वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेश पांडे ने उन लोगों के लिए एक अचूक ज्योतिषीय उपाय बताया है, जो बेवजह की बदनामी, चोरी के झूठे आरोपों और यात्रा के दौरान बार-बार की मुसीबतों से परेशान हैं। उनके अनुसार, अगर कुंडली में राहु खराब है तो चंदन के पेड़ की जड़ को विधिपूर्वक दाहिनी बांह पर धारण करने से इन सभी परेशानियों से तुरंत राहत मिल सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में राहु को कठोर वाणी, चोरी, बदनामी और यात्रा का कारक ग्रह माना जाता है। हालांकि, इसी ग्रह को वैभव (अपार ऐश्वर्य) का भी कारक माना गया है, और कुंडली में राहु की अच्छी स्थिति व्यक्ति को बहुत लाभ देती है।
लेकिन, जब यही राहु खराब होकर बुरा फल देने लगता है, तो व्यक्ति का जीवन कष्टों से भर जाता है। ऐसे में, चंदन की जड़ को धारण करना इन समस्याओं से मुक्ति दिलाने का सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है।
राहु के बुरे प्रभाव से कैसे पाएं छुटकारा
पंडित जी बताते हैं कि अगर आप लगातार साहस की कमी महसूस कर रहे हैं या हर काम में बेवजह रुकावटें आ रही हैं, तो चंदन की जड़ धारण करने से बड़ा फायदा होता है।
यह उपाय न केवल आपकी मानसिक परेशानियों को दूर करता है, बल्कि यह मानसिक तनाव और पुराने रोगों से भी मुक्ति दिलाने में सहायक है।
इसका सीधा असर आपके आत्मविश्वास और दैनिक जीवन पर पड़ता है, जिससे आम आदमी को सुकून मिलता है।
चंदन की जड़ न मिले तो क्या करें?
चूंकि चंदन के पेड़ की जड़ मिलना मुश्किल हो सकता है, इसलिए इसका एक सरल विकल्प भी बताया गया है। अगर चंदन की जड़ उपलब्ध न हो तो शुद्ध ‘मलयागिरि’ चंदन का उपयोग किया जा सकता है।
चंदन की लकड़ी का डेढ़ से दो सेंटीमीटर लंबा और करीब एक सेंटीमीटर गोलाकार टुकड़ा लें। इसे नीले धागे में पिरोकर धारण करने से भी समान लाभ मिलता है। कुछ लोग चंदन की जड़ की जगह उसकी लकड़ी ही धारण कर लेते हैं, जो एक मान्य विकल्प है।
चंदन की जड़ धारण करने की सही विधि
चंदन की जड़ या उसके विकल्प को धारण करने की विधि बेहद सरल है, जिसे शनिवार के दिन ही करना चाहिए।
सबसे पहले, चंदन की जड़ को गंगाजल से अच्छी तरह धो लें। इसके बाद, ओम रांग राहवे नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।
मंत्र जाप के बाद, इसे सफेद रंग के कपड़े या नीले रंग के धागे में बांधकर अपनी दाहिनी बांह (बाजू) पर धारण करें।
अन्य जरूरी दान और सावधानियां
पंडित जी के अनुसार, चंदन की जड़ धारण करने के साथ-साथ कुछ अन्य दान भी पुण्यकारी होते हैं। किसी जरूरतमंद व्यक्ति को कंबल, तिल या सात तरह के अनाज का दान करना चाहिए।
हालांकि, इस दौरान एक विशेष सावधानी बरतनी बहुत ज़रूरी है। राहु से संबंधित दोष होने पर भी व्यक्ति को गोमेद रत्न धारण करने से बचना चाहिए। चंदन की जड़ बांधना ही सबसे प्रभावी और सरल उपाय बताया गया है।
क्या है पृष्ठभूमि
यह पूरा उपाय ग्रह राहु के नकारात्मक प्रभावों से संबंधित है। ज्योतिष में माना जाता है कि राहु एक छाया ग्रह है, और जब यह कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति के जीवन में बिना वजह की समस्याएं, बदनामी और कार्य में रुकावटें आती हैं। इसलिए इन दोषों को शांत करने के लिए, राहु से संबंधित इस विशेष जड़ को धारण करने का विधान है।
मुख्य बातें (Key Points)
-
चंदन की जड़ का संबंध राहु ग्रह से है, और यह बदनामी, चोरी के झूठे आरोपों और यात्रा की बाधाओं से मुक्ति दिलाती है।
-
अगर चंदन की जड़ उपलब्ध न हो तो शुद्ध मलयागिरि चंदन के टुकड़े को नीले धागे में दाहिनी बांह पर धारण किया जा सकता है।
-
जड़ को शनिवार के दिन गंगाजल से धोकर
ओम रांग राहवे नमःमंत्र का 108 बार जाप करने के बाद धारण करना चाहिए। -
इस दौरान गोमेद रत्न धारण करने से बचना चाहिए, जबकि कंबल, तिल या सात अनाज का दान लाभप्रद है।






