Putin India Visit Update को लेकर देश में गजब का उत्साह है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सालों बाद आज, 4 दिसंबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके इस दौरे से एक तरफ भारत में जश्न का माहौल है, तो दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगने की उम्मीद जताई जा रही है। जंग के हालातों के बावजूद, पुतिन अपने दोस्त पीएम मोदी के साथ रिश्ते और मजबूत करने के लिए कई तोहफे लेकर आ रहे हैं, जिसका इशारा उनके साथ आ रहे भारी-भरकम डेलीगेशन ने दे दिया है।
पुतिन का यह दौरा महज 28 से 30 घंटों का होगा। वह आज शाम करीब 5 से 6 बजे के बीच भारत में लैंड करेंगे। इसके तुरंत बाद, पीएम मोदी के साथ उनकी ‘वन-टू-वन’ बातचीत होगी, जो एक प्राइवेट डिनर पर होगी। यह अनौपचारिक मुलाकात अगले दिन यानी 5 दिसंबर के लिए बेहद अहम होगी, जब दोनों नेता मिलकर मीडिया को संबोधित करेंगे और फाइनल हुई डील्स का ऐलान करेंगे।
पुतिन के साथ आ रही ‘पूरी सरकार’
पुतिन अकेले नहीं आ रहे हैं, बल्कि उनके साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी भारत आ रहा है। इसमें सात मंत्री शामिल हैं, जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि लगभग पूरी रूसी सरकार ही भारत आ रही है। इस डेलीगेशन में रक्षा मंत्री आंद्रे बेलोसोफ, वित्त मंत्री एंथोन सिलोनो, कृषि मंत्री ओसाना लूट, आर्थिक विकास मंत्री मक्सिम रेशिकतो और स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको जैसे दिग्गज शामिल हैं।
इन सेक्टर्स में बड़ी डील्स की उम्मीद
मंत्रियों की इस लिस्ट से साफ इशारा मिलता है कि भारत और रूस के बीच डिफेंस, ट्रेड, एग्रीकल्चर, आर्थिक और स्वास्थ्य सेक्टर से जुड़ी कई बड़ी डील्स होने की संभावना है। सैन्य मुद्दों की बात करें तो एसयू-57 ई स्टील्थ फाइटर जेट्स और एस-400 मिसाइल सिस्टम की बची हुई खेप जैसे अहम मुद्दों पर बात हो सकती है।
100 अरब डॉलर का व्यापार लक्ष्य
दोनों देशों ने साल 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर से अधिक तक ले जाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है, जो फिलहाल 68 अरब डॉलर के आसपास है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूस के रोसाटॉम न्यूक्लियर कॉरपोरेशन को रूसी सरकार की तरफ से भारतीय अधिकारियों के साथ एमओयू साइन करने की मंजूरी मिल गई है। यह वही कंपनी है जो तमिलनाडु के कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट में कई रिएक्टर बना रही है।
ट्रंप को कड़ा संदेश
पुतिन की यह यात्रा कई मायनों में अहम है और इसे ट्रंप के लिए एक बड़े संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है। हाल ही में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को ज्यादा तवज्जो देना शुरू कर दिया है। ट्रंप कई बार पाकिस्तानी नेताओं से मिल चुके हैं, जबकि भारत को लेकर उनके बयान नकारात्मक रहे हैं। ट्रंप ने रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत पर 50% टैरिफ भी लगा दिया है, जो किसी भी देश पर लगाया गया सबसे ज्यादा टैरिफ है। ऐसे समय में पुतिन का यह दौरा अमेरिका के लिए एक जवाब माना जा रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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रूसी राष्ट्रपति पुतिन आज शाम 5-6 बजे भारत पहुंचेंगे।
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पुतिन के साथ 7 मंत्रियों का एक बड़ा डेलीगेशन भी आ रहा है।
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रक्षा, व्यापार, कृषि और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी डील्स की उम्मीद है।
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यह दौरा अमेरिका और ट्रंप के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।






