Punjab Education Reforms : पंजाब में ‘शिक्षा क्रांति’ को लेकर भगवंत मान सरकार ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज चंडीगढ़ में शिक्षा विभाग की 7 प्रमुख यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक का मुख्य एजेंडा शिक्षकों की लंबे समय से लंबित मांगों का समाधान करना और शिक्षा के स्तर को सुधारना था। चीमा ने सभी को आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा किया जाएगा।
‘शिक्षा क्रांति’ से बदल रही व्यवस्था: चीमा वित्त मंत्री चीमा ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य की शिक्षा व्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। उन्होंने इसका श्रेय ‘शिक्षा क्रांति’ कार्यक्रम को दिया, जिसके तहत स्कूलों के बुनियादी ढांचे को अपग्रेड किया जा रहा है, नए शिक्षकों की भर्ती हो रही है और शिक्षकों के पुराने लंबित मुद्दों को हल किया जा रहा है।
इस मैराथन बैठक में स्पेशल कैडर अध्यापक फ्रंट, कंप्यूटर अध्यापक यूनियन (दोनों गुट), बेरोजगार बी.एड.-टेट पास अध्यापक यूनियन और ई.टी.टी. टेट पास यूनियनों (सुनील फाजिलका और जय सिंह वाला गुट) समेत 7 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। चीमा ने यूनियनों की मांगों की समीक्षा की और उन्हें सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए और अधिक समर्पण से काम करने के लिए प्रेरित किया।
वित्त विभाग में नहीं रुकेगी कोई फाइल बैठक में मौजूद शिक्षा सचिव अनिंदिता मित्रा ने वित्त मंत्री को अपडेट दिया कि यूनियनों की अधिकांश मांगों का समाधान या तो अंतिम चरण में है या उन पर प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।
इस पर, मंत्री चीमा ने शिक्षा विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया कि जिन जायज मांगों पर वित्तीय बोझ पड़ना है, उनकी फाइलें तुरंत वित्त विभाग को भेजी जाएं, ताकि बिना किसी देरी के उन पर फैसला लिया जा सके। इसके अतिरिक्त, चीमा ने ऑल पंजाब डीएसटी/सीटीएफ कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के साथ भी अलग से चर्चा की और उनके मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिया।
पंजाब में पिछली कई सरकारों के समय से ही शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती, नियमितीकरण (regularization) और वेतन-भत्तों को लेकर कई मुद्दे लंबित हैं। खासकर कंप्यूटर शिक्षक और विभिन्न ‘टेट-पास’ बेरोजगार अध्यापक लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे हैं। मान सरकार ने ‘शिक्षा क्रांति’ को अपना मुख्य चुनावी वादा बनाया था, जिसके तहत अब इन यूनियनों के साथ बातचीत कर पुराने विवादों को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
खबर की मुख्य बातें (Key Points)
- वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने पंजाब के शिक्षा विभाग से जुड़ी 7 प्रमुख यूनियनों के साथ बैठक की।
- चीमा ने ‘शिक्षा क्रांति’ का हवाला देते हुए सभी जायज मांगों को जल्द हल करने का आश्वासन दिया।
- शिक्षा सचिव अनिंदिता मित्रा ने बताया कि अधिकांश मांगों पर काम पहले से ही अंतिम चरण में है।
- वित्त मंत्री ने कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन से भी अलग से मुलाकात की और उनके मुद्दों पर विचार करने का भरोसा दिया।






