The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब के मशहूर गीतकार मट्ट शेरों वाला को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मिमिक्री करना महंगा पड़ गया है। उसकी तरफ़ से मिमिक्री करते हुए की वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली गई है, जिसके बाद रविदास समाज से संबंधित एक शख्श ने उसे धमकी देते हुए वीडियो डिलीट करने को कहा है। वीडियो डिलीट नहीं करने पर बठिंडा आकर देख लेने की धमकी भी दी है। इसके बाद गीतकार ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपना पक्ष भी रखा और सभी से माफ़ी भी माँगी है। CM की मिमिक्री की यह वीडियो काफ़ी चर्चित भी है और विवादित भी हो गई है। इसमें वह अपने एक दोस्त के साथ CM द्वारा किए गए ऐलानों की खिल्ली उड़ाते हुए दिख रहे हैं। वीडियो को सोशल मीडिया अकाउंट से भी हटा दिया गया है।
CM की जात पर कमेंट करने के आरोप के बाद विवाद
इस वीडियो में मट्टे शेरों वाला अपने दोस्त के साथ इंटरव्यू कर रहे हैं, जिसमें वह CM की नक़ल करते हुए कहते हैं कि वह चारपाई भी बना लेते हैं, भैंस का दूध भी निकाल लेते हैं, टैंट भी लगा लेते हैं। मगर उनकी ओर से हड्डा रोड़ी पर मरे हुए पशु फेंकने की बात पर विवाद हो गया है। उनकी इस टिप्पणी पर रविदासिया समाज ने बुरा माना है। कहा जा रहा है कि इस कमेंट के ज़रिए गीतकार ने मुख्यमंत्री ने सीएम की जात पर कटाक्ष किया है और चमार भाईचारे के काम को बेहद ग़लत ढंग से पेश किया है, जिस कारण गुस्सा ज़ाहिर किया जा रहा है।
लुधियाना के समाज सेवी गुरविंदर रंगरेटा की धमकी
मट्ट शेरों वाला की वीडियो देखने के बाद लुधियाना निवासी गुरिंद्र सिंह रंगरेटा की तरफ़ से उसे फ़ोन करके कहा गया है कि मट्ट शेरों वाला ने ग़लत ढंग से CM की जात का ही व्याख्यान नहीं किया है, बल्कि पूरे समाज पर ग़लत ढंग से प्रहार किया है। अगर उसने जल्द ही इसके लिए माफ़ नहीं माँगी तो वह बिरादरी को साथ लेकर उसके घर पहुंच जाएगा और भाईचारे के ख़िलाफ़ बोलने का सबक़ सिखाएगा। गुरिंदर सिंह रंगरेटा का कहना है कि यह बेहद शर्मनाक बात है कि अगर कोई व्यक्ति छोटी जात से होने के बावज़ूद मुख्यमंत्री बना और उस पर इस तरह से कटाक्ष किए जा रहे हैं। अगर मट्ट शेरों वाला ने माफ़ी नहीं माँगी तो वह उसके ख़िलाफ़ पुलिस शिकायत देंगे।
सोशल मीडिया पर मट्ट शेरों वाला ने माँगी माफ़ी
मट्ट शेरों वाला ने भी इस पर अपनी सफ़ाई देते हुए कहा है कि वह पहली बार इस तरह की वीडियो नहीं बना रहे हैं। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रकाश सिंह बादल समेत कई नेताओं की मिमिक्री की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल चुके हैं, मगर फिर भी अगर किसी को उनकी इस वीडियो में बोली गई कोई बात महसूस हुई है तो वह इसकी माफ़ी मांगता है, मगर उसका मक़सद किसी भी जात या धर्म के बारे में बुरा बोलना नहीं था।