चंडीगढ़ (Chandigarh), 22 जनवरी (The News Air) : पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ लड़ाई में बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह (Dr. Balbir Singh) ने घोषणा की है कि पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने नारकोटिक्स एनोनिमस (Narcotics Anonymous, NA) के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य नशा मुक्त पंजाब बनाना और नशाखोरी की जड़ को खत्म करना है।
बैठक के दौरान, मंत्री ने कहा कि यह पहल न केवल नशा पीड़ितों को मुख्यधारा में वापस लाने में मदद करेगी, बल्कि समाज में नशे से जुड़ी भ्रांतियों को भी दूर करेगी।
नशाखोरी: पंजाब की गंभीर समस्या
पंजाब में नशाखोरी एक गहरी समस्या है, जो समाज को कई तरह से प्रभावित कर रही है।
- नशा करने वाले व्यक्तियों में एच.आई.वी. (HIV), एच.सी.वी. (HCV) और टी.बी. (TB) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- इंजेक्शन के माध्यम से नशा करने वालों में यह खतरा और अधिक होता है।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा: “मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) के नेतृत्व में, पंजाब सरकार ने राज्य में मुफ्त नशा छुड़ाओ सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। 529 ओ.टी. क्लीनिक, 36 उपचार केंद्र और 19 पुनर्वास केंद्र पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं।”
Narcotics Anonymous (NA) की भूमिका
एन.ए. (NA), एक गैर-सरकारी संगठन, नशा पीड़ितों की सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- एन.ए. के पीयर एजुकेटर्स (Peer Educators) नशा छोड़ने में लोगों की मदद करते हैं।
- सहायक निदेशक (मानसिक स्वास्थ्य) डॉ. संदीप भोला (Dr. Sandeep Bhola) ने कहा कि नशा पीड़ित व्यक्ति डॉक्टरों की तुलना में अपने साथियों के साथ अधिक खुलकर बात करते हैं।
इसका उद्देश्य नशा पीड़ितों की रीलैप्स दर (Relapse Rate) को कम करना और उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना है।
पंजाब सरकार का रोडमैप
- नशा छुड़ाओ केंद्रों में पुनर्वास सेवाओं को प्राथमिकता देना।
- एन.ए. के सहयोग से नशा पीड़ितों के लिए कस्टमाइज्ड काउंसलिंग (Customized Counseling) कार्यक्रम चलाना।
- नशाखोरी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य स्तर पर अभियान शुरू करना।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा: “यह साझेदारी न केवल नशाखोरी को खत्म करने में मदद करेगी, बल्कि इसे सामाजिक मुद्दा मानकर इसके प्रति सहानुभूति और समझ विकसित करने में भी सहायक होगी।”
बैठक में शामिल महत्वपूर्ण अधिकारी और प्रतिनिधि
इस पहल पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग और एन.ए. के वरिष्ठ सदस्यों ने भाग लिया।
- सहायक निदेशक डॉ. मंजू बंसल (Dr. Manju Bansal)
- मेडिकल अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह (Dr. Harpal Singh)
- अन्य प्रमुख अधिकारी
मुख्य घोषणाएं और परिणाम
एन.ए. के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। यह पहल पंजाब में नशा मुक्त समाज की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पंजाब सरकार और एन.ए. की यह साझेदारी नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इस पहल से न केवल नशाखोरी की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी आएगा। पंजाब की जनता और सरकार मिलकर इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।