-50 साल पहले पंजाब में जो पानी की स्थिति थी, अब नहीं है, आज पंजाब खुद पानी की समस्या से जूझ रहा है – मलविंदर सिंह कंग
एसवाईएल पर एक ट्रिब्यूनल का गठन किया जाए और पंजाब में पानी से संबंधित गहन अध्ययन किया जाए – कंग
-कंग ने अकाली दल पर बोला हमला, कहा – सबसे पहले प्रकाश सिंह बादल ने ही एसवाईएल के लिए जमीन नोटिफाई किया था
चंडीगढ़, 4 अक्टूबर (The News Air) : सतलुज-यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने कहा कि एसवाईएल पर पंजाब सरकार का रुख स्पष्ट है। पंजाब एक बूंद भी अतिरिक्त पानी दूसरे राज्यों को देने की स्थिति में नहीं है।
बुधवार को ‘आप’ पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि 50 साल पहले पंजाब में जो पानी की स्थिति थी, अब वह नहीं है। आज पंजाब खुद पानी की समस्याओं से जूझ रहा है। पिछले दिनों नॉर्थ जोन काउंसिल की मीटिंग में भी मुख्यमंत्री भगवत मान ने यह बात कही थी कि पंजाब दूसरे राज्यों को अतिरिक्त पानी नहीं दे सकता।
पार्टी की ओर से मलविंदर कंग ने मांग की कि एसवाईएल और पंजाब में पानी की स्थिति को जानने के लिए एक ट्रिब्यूनल का गठन किया जाए। ट्रिब्यूनल इस मामले से संबंधित गहन अध्ययन करे कि वर्तमान हालात में पंजाब दूसरे राज्यों को पानी देने की स्थिति में है या नहीं।
उन्होंने कहा कि एसवाईएल के लिए जो जमीन नोटिफाई हुई थी, अब वह जमीन भी डिनोटिफाई हो चुकी है। अब उसे फिर से नोटिफाई करने में कई तरह की समस्याएं पैदा होगी। इसलिए अब एसवाईएल बनाना संभव नहीं है क्योंकि न हमारे पास अतिरिक्त पानी है और न ही अतिरिक्त जमीन। यह बात हम कानूनी ढंग से कोर्ट के सामने भी रखेंगे और केंद्र सरकार के समक्ष भी उठाएंगे।
एसवाईएल के मुद्दे पर कंग ने अकाली दल और बादल परिवार को घेरा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने ही एसवाईएल के लिए जमीन नोटिफाई किया था। उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल से व्यक्तिगत संबंध के कारण पंजाब के हितों की कुर्बानी दी और उस संबंध का फायदा उठाकर हरियाणा के गुड़गांव समेत कई अन्य अन्य जगहों पर बड़ी बड़ी संपत्तियां अर्जित की। उन्होंने कहा कि जगतार सिंह की किताब ‘रिवर्स ऑन फायर’ में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है।