Punjab Flood Alert: पंजाब में एक बार फिर बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य सहित हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में अगले दो दिन यानी 6 और 7 अक्टूबर को भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि यह बारिश 4 अक्टूबर की रात से ही शुरू हो जाएगी और इसका असर सीधे पंजाब पर देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पंजाब में करीब 110 मिलीमीटर, जम्मू में 120 मिलीमीटर, जबकि हिमाचल प्रदेश में 160 से 180 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज हो सकती है। चूंकि हिमाचल और जम्मू की नदियों का पानी पंजाब में आता है, इसलिए राज्य में बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है।
हरियाणा और चंडीगढ़ में भी बारिश की संभावना जताई गई है।
किन जिलों में असर ज्यादा होगा?
आईएमडी ने जिन जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है उनमें पठानकोट, अमृतसर, तरनतारण, रोपड़, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, मोगा, मानसा, गुरदासपुर, बरनाला और बठिंडा शामिल हैं। इन जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने और पहले से तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
AAP सरकार ने डैम से पानी छोड़ा
संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने रंजीत सागर डैम से रावी नदी में पानी का निकास बढ़ा दिया है। पिछले दो दिनों से जहां प्रतिदिन 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, वहीं अब इसे बढ़ाकर 37,686 क्यूसेक कर दिया गया है।
सरकार का कहना है कि यह कदम एहतियाती है, ताकि डैम पर दबाव न बढ़े और निचले इलाकों में अचानक आई बाढ़ से जनहानि न हो।
पंजाब में हर साल मानसून और पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले पानी के चलते कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनती है। खासकर हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में होने वाली भारी बारिश का सीधा असर पंजाब की नदियों और निचले क्षेत्रों पर पड़ता है। इसी वजह से डैम प्रबंधन और जल निकासी पर सरकार को लगातार नजर रखनी पड़ती है। पिछले वर्षों में भी अचानक बढ़े जलस्तर ने किसानों और ग्रामीणों को भारी नुकसान पहुंचाया था।
मुख्य बातें (Key Points):
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IMD ने 6-7 अक्टूबर को पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया।
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पंजाब में लगभग 110 मिमी बारिश का अनुमान, हिमाचल में 180 मिमी तक।
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AAP सरकार ने रंजीत सागर डैम से पानी का निकास बढ़ाया – अब 37,686 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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पठानकोट, अमृतसर, तरनतारण, लुधियाना, पटियाला सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा।






