Punjab Zila Parishad Election : पंजाब में कल जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव होने जा रहे हैं। 7 साल के लंबे इंतजार के बाद हो रहे इन चुनावों को लेकर सियासी पारा सातवें आसमान पर है। State Election Commission ने मतदान के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं और सुरक्षा का ऐसा खाका तैयार किया है कि परिंदा भी पर न मार सके।
सेंसिटिव बूथों पर कैमरों से निगरानी
चुनाव आयोग ने सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती है। जो इलाके Sensitive Areas माने जाते हैं, वहां सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इसके अलावा, अति संवेदनशील बूथों पर Extra CCTV कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके और चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकें।
2018 के बाद बदल गए समीकरण
यह चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि यह 2018 के बाद यानी पूरे 7 साल बाद हो रहा है। 2018 में जब चुनाव हुए थे, तब Congress की सरकार थी और उसने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की थी, जबकि अकाली दल दूसरे नंबर पर रहा था। लेकिन 2025 में अब बाजी पलट चुकी है। उस वक्त AAP (आम आदमी पार्टी) सत्ता में नहीं थी, लेकिन आज वह Ruling Party है। इसलिए यह चुनाव आम आदमी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
सीएम का ‘धक्केशाही’ पर बयान
मतदान से ठीक पहले मुख्यमंत्री ने भी परोक्ष रूप से विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अक्सर विपक्षी पार्टियां सत्ताधारी सरकार पर ‘धक्केशाही’ का आरोप लगाती हैं और सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने माना कि चुनाव में छोटी-मोटी झड़पें होना आम बात है, लेकिन सरकार की ओर से ऐसा कोई दवाब नहीं है।
2027 का लिटमस टेस्ट
इस चुनाव को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले का सबसे बड़ा Test माना जा रहा है। मैदान में अकाली दल, भाजपा, Congress और AAP के बीच चौतरफा मुकाबला है। जहां अकाली दल अपने ‘पंथक रिवाइवल’ और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए जोर लगा रहा है, वहीं Congress अपना पुराना प्रदर्शन दोहराना चाहती है। सभी पार्टियों की साख दांव पर लगी है।
जानें पूरा मामला
पंजाब में स्थानीय निकायों यानी ब्लॉक समिति और जिला परिषद का कार्यकाल पूरा होने के बाद चुनाव कराए जा रहे हैं। ये चुनाव ग्रामीण विकास और स्थानीय राजनीति के लिए बेहद अहम होते हैं। कल होने वाली वोटिंग यह तय करेगी कि ग्रामीण पंजाब का मूड किस करवट बैठ रहा है और मौजूदा सरकार की लोकप्रियता का ग्राफ़ क्या है।
मुख्य बातें (Key Points)
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पंजाब में 7 साल बाद कल जिला परिषद और ब्लॉक समिति के Elections होंगे।
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Sensitive Booths पर एक्स्ट्रा फोर्स और CCTV कैमरे तैनात किए गए हैं।
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2018 में Congress जीती थी, लेकिन अब मुकाबला सत्ताधारी AAP और विपक्ष के बीच है।
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इसे 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों के लिए एक बड़ी परीक्षा माना जा रहा है।






