Punjab Minister Religious Punishment – पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दी गई धार्मिक सजा पूरी कर ली है। बुधवार को सेवा पूरी होने के बाद उन्होंने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब (Golden Temple) में माथा टेका और 1100 रुपए का कड़ाह प्रसाद भेंट किया।
बैंस ने दसवंद के रूप में अपने एक महीने का वेतन दान किया और अपने प्रिपरेटरी फंड से 20 लाख रुपए धार्मिक स्थलों की सड़कों और सेवाओं के लिए समर्पित किए।
“ਹਮਰੇ ਅਵਗੁਣ ਬਹੁਤੁ ਬਹੁਤੁ ਹੈ
ਬਹੁ ਬਾਰ ਬਾਰ ਹਰਿ ਗਣਤ ਨ ਆਵੈ॥
ਤੂੰ ਗੁਣਵੰਤਾ ਹਰਿ ਹਰਿ ਦਇਆਲੁ
ਹਰਿ ਆਪੇ ਬਖਸਿ ਲੈਹਿ ਹਰਿ ਭਾਵੈ॥
ਹਮ ਅਪਰਾਧੀ ਰਾਖੇ ਗੁਰ ਸੰਗਤੀ
ਉਪਦੇਸੁ ਦੀਓ ਹਰਿ ਨਾਮੁ ਛਡਾਵੈ॥੨॥”ਮੀਰੀ-ਪੀਰੀ ਦੇ ਤਖਤ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਤਖਤ ਸਾਹਿਬ ਤੋਂ ਪੰਜ ਸਿੰਘ ਸਾਹਿਬਾਨ ਵਲੋਂ ਦਾਸ ਨੂੰ ਹੋਏ ਹੁਕਮਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਦਿਆਂ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਜੀ… pic.twitter.com/XJakr3FuWZ
— Harjot Singh Bains (@harjotbains) August 13, 2025
सेवा के हिस्से में जूते साफ करने से लेकर सफाई तक
धार्मिक सजा के तहत मंत्री बैंस ने दिल्ली स्थित शीशगंज गुरुद्वारा साहिब में जूते साफ करने की सेवा की। आदेश के अनुसार, उन्हें अमृतसर में गोल्डन टेंपल से गुरु के महल तक पैदल चलकर सफाई करनी थी, फिर गुरुद्वारा कोठा साहिब और बाबा बकाला साहिब के नजदीक पहुंचकर सड़कों की सफाई करनी थी।
इसके अलावा, दिल्ली के शीशगंज साहिब और श्री आनंदपुर साहिब के शीशगंज साहिब गुरुद्वारे में दो दिनों तक जोड़ा घरों में सेवा करनी थी और 1100 रुपए की देग चढ़ाकर अरदास करवानी थी।
बैंस ने गुरु का आदेश माना
6 अगस्त को मिले इस हुक्म पर बैंस ने कहा – “यह मेरे लिए पितृतुल्य गुरु का आदेश था, जिसे मैंने पूरी निष्ठा से निभाया।” उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय गुरु साहिब और छठे गुरु हरगोबिंद साहिब जी की कृपा को दिया और पंथ से क्षमा याचना की।
बैंस ने कहा कि वे मंत्री और सेवक, दोनों रूपों में धर्म और समाज की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।
मामला कैसे शुरू हुआ
1 अगस्त को श्रीनगर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस समारोह के दौरान गीत और नाच-गाने का आयोजन हुआ था, जिसमें पंजाबी गायक बीर सिंह ने प्रस्तुति दी। धार्मिक कार्यक्रम में मनोरंजन को लेकर विवाद हुआ और पांच सिंह साहिबानों ने मंत्री बैंस और भाषा विभाग के डायरेक्टर जसवंत सिंह जफर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया।
इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने मंत्री बैंस को धार्मिक सेवा करने की सजा सुनाई, जिसे उन्होंने स्वीकार कर पूरा किया।
मुख्य बातें
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पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दी गई धार्मिक सजा पूरी की।
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सेवा में जूते साफ करना, सफाई कार्य और विभिन्न गुरुद्वारों में अरदास शामिल थी।
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विवाद श्रीनगर में गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर नाच-गाने से शुरू हुआ था।
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बैंस ने गुरु साहिब से क्षमा मांगी और समाज व धर्म की सेवा का संकल्प दोहराया।






