Sukhjinder Singh Randhawa Legal Notice: पंजाब कांग्रेस के भीतर मची कलह अब खुलकर सामने आ गई है और इसने एक नया कानूनी मोड़ ले लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को मानहानि का लीगल नोटिस भेजकर सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है।
यह पूरा मामला तब गरमाया जब नवजोत कौर सिद्धू ने बीते दिनों रंधावा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि रंधावा ने राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी रहते हुए भ्रष्टाचार किया और पैसे लेकर टिकट बांटे। इन आरोपों के बाद अब रंधावा ने सख्त रुख अपनाते हुए आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है।
‘झूठे और अपमानजनक आरोपों पर एक्शन’
रंधावा द्वारा भेजे गए नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि नवजोत कौर ने मीडिया से बातचीत के दौरान उनके मुवक्किल (रंधावा) के खिलाफ जो बयान दिए हैं, वे पूरी तरह से झूठे, निराधार और अपमानजनक हैं।
नोटिस में जिक्र किया गया है कि इन बयानों को Electronic Media, Print Media और Social Media पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया, जिससे उनकी छवि को गहरा धक्का लगा है। रंधावा का कहना है कि उन्होंने हमेशा अपनी राजनीतिक भूमिकाओं में ईमानदारी और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों का पालन किया है, जबकि नवजोत कौर के आरोप बिना किसी सबूत के केवल उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इरादे से लगाए गए हैं।
‘प्रतिष्ठा को हुआ भारी नुकसान’
नोटिस में इस बात पर जोर दिया गया है कि नवजोत कौर सिद्धू के इन बयानों की वजह से सुखजिंदर सिंह रंधावा की निजी और सार्वजनिक प्रतिष्ठा को बड़ा नुकसान पहुंचा है। उन्हें मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा है और समाज में उनका मजाक उड़ाया गया है।
रंधावा पक्ष का कहना है कि ये बयान जानबूझकर द्वेष, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और व्यक्तिगत प्रतिशोध से प्रेरित होकर दिए गए हैं, ताकि लोगों का भरोसा उन पर से कम हो सके।
‘7 दिन में माफी मांगें, वरना कोर्ट जाएगा मामला’
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने नोटिस के जरिए नवजोत कौर सिद्धू से बिना शर्त सार्वजनिक माफी की मांग की है। शर्त यह रखी गई है कि यह माफी उसी मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रमुखता से प्रकाशित होनी चाहिए, जहां मूल अपमानजनक बयान दिए गए थे।
इसके साथ ही एक सख्त अल्टीमेटम भी दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर 7 दिनों के भीतर माफी नहीं मांगी गई और रंधावा के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी बंद नहीं हुई, तो वे सक्षम न्यायालय में मानहानि की कार्रवाई शुरू कर देंगे।
‘नई धाराओं के तहत होगा केस’
चेतावनी दी गई है कि माफी न मांगने की सूरत में नवजोत कौर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 356 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 222 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई बटाला और गुरदासपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालतों में शुरू हो सकती है।
अब देखना यह होगा कि क्या नवजोत कौर सिद्धू अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कानूनी लड़ाई लड़ेंगी या फिर माफी मांगकर इस विवाद को खत्म करेंगी। उन्होंने पहले दावा किया था कि उनके पास सबूत हैं जो उन्होंने आलाकमान को भेजे हैं, जिससे यह मामला और भी पेचीदा होता नजर आ रहा है।
जानें पूरा मामला (Background)
यह विवाद मूल रूप से पंजाब कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा है, जिसकी आंच अब राजस्थान तक पहुंच गई है। नवजोत कौर सिद्धू ने सुखजिंदर सिंह रंधावा पर राजस्थान चुनाव के दौरान टिकट वितरण में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। रंधावा राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी हैं। इन आरोपों ने न केवल पंजाब बल्कि राजस्थान की सियासत में भी भूचाल ला दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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सुखजिंदर रंधावा ने नवजोत कौर सिद्धू को मानहानि का Legal Notice भेजा।
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नवजोत कौर ने रंधावा पर राजस्थान में पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया था।
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नोटिस में आरोपों को झूठा, निराधार और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया गया है।
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7 दिन के भीतर बिना शर्त सार्वजनिक माफी न मांगने पर कोर्ट केस की चेतावनी।






