The News Air: पंजाब असेंबली में भर्ती स्कैम की जांच होगी। विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवां इसकी जांच कराएंगे। इसके लिए अब मान सरकार में मंत्री बने हरजोत बैंस की शिकायत को आधार बनाया जाएगा। बैंस ने ही दस्तावेज़ के सहारे इसका पर्दाफाश किया था। जिसमें बताया कि पूर्व स्पीकर राणा केपी समेत कांग्रेसियों के करीबियों और रिश्तेदारों की असेंबली में भर्ती की गई। अब स्पीकर पिछले 5 साल में हुई भर्ती की उच्चस्तरीय जांच करवाने वाले हैं।
बैंस ने यह किया था खुलासा
हरजोत बैंस ने कहा था कि विधानसभा में जिन कर्मचारियों को नौकरी दी गई है, उनमें सिद्धार्थ ठाकुर स्पीकर के दोस्त के बेटे हैं। मनजिंदर विधायक सुरजीत धीमान के भतीजे हैं। गौरव ठाकुर स्पीकर के रिश्तेदार के बेटे हैं। प्रवीन कुमार पूर्व कांग्रेस विधायक जोगिंदर सिंह के भतीजे हैं। रोपड़ से गौरव राणा और सौरव राणा यानी एक ही घर से 2 भाइयों को नौकरी दी गई।
मार्केट कमेटी आनंदपुर साहिब के चेयरमैन हरबंस लाल के बेटे राकेश कुमार को भी नौकरी दी गई। जो काम डीसी ऑफ़िस रोपड़ में करते हैं। बठिंडा के अजय कुमार मनप्रीत बादल के क़रीबी के बेटे हैं और काम उनके साथ करते हैं। अवतार सिंह कांग्रेस के पूर्व सांसद पवन बंसल के ड्राइवर के बेटे हैं। कुलदीप मान वित्तमंत्री मनप्रीत बादल के स्टाफ़ मेंबर के बेटे हैं। प्रमोद कुमार पीआरटीसी डायरेक्टर के बेटे हैं। अंजू बाला स्पीकर के सेक्रेटरी की साली है।
मलोट के हरसिमरनजीत को मनप्रीत बादल की सिफ़ारिश पर रखा गया। सुमनप्रीत कौर डिप्टी स्पीकर अजैब सिंह भट्टी की भांजी हैं। लुधियाना के सराभा नगर की गुरप्रीत कौर सांसद मनीष तिवारी के ड्राइवर की बेटी हैं। हरीश कुमार रोपड़ प्लानिंग बोर्ड के चेयरमैन हैं। चंडीगढ़ के हरनाम सिंह मनप्रीत बादल के ओएसडी के बेटे हैं।
कैथल और बिलासपुर के रहने वालों को नौकरी
हरजोत बैंस ने दावा किया कि हरियाणा के कैथल के रहने वाले जसबीर सिंह को पंजाब विधानसभा में क्लर्क की नौकरी दी गई। इसकी सिफ़ारिश पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने की। इसी तरह हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के रहने वाले विक्रम सिंह को लॉ अफ़सर बनाया गया।