Pavel Durov Sperm Donation News – मैसेजिंग एप टेलीग्राम (Telegram) के संस्थापक और अरबपति पावेल ड्यूरोव ने एक ऐसी घोषणा की है जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। 41 वर्षीय रूसी टेक उद्यमी ने उन महिलाओं के लिए मुफ्त आईवीएफ (IVF) इलाज का खर्च उठाने की पेशकश की है, जो उनके डोनेट किए गए स्पर्म (Sperm) के जरिए मां बनना चाहती हैं। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। ड्यूरोव ने ऐलान किया है कि ऐसे सभी ‘बायोलॉजिकल बच्चों’ को उनकी अरबों डॉलर की संपत्ति में बराबर का हक मिलेगा, बशर्ते वे अपना डीएनए (DNA) कनेक्शन साबित कर सकें।
100 से ज्यादा बच्चे और मुफ्त IVF का ऑफर
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, पावेल ड्यूरोव ने जुलाई 2024 में खुलासा किया था कि दुनिया के 12 देशों में उनके 100 से अधिक बायोलॉजिकल बच्चे (Biological Children) हैं। अब, मॉस्को की एक फर्टिलिटी क्लीनिक ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है जिसमें ड्यूरोव के ‘हाई क्वालिटी स्पर्म’ का प्रचार किया जा रहा है। 37 साल से कम उम्र की अविवाहित महिलाओं को उनके स्पर्म का उपयोग करके मां बनने पर मुफ्त आईवीएफ उपचार दिया जा रहा है। क्लीनिक के विज्ञापनों में ड्यूरोव की फोटो के साथ टेलीग्राम का लोगो भी इस्तेमाल किया गया है, जिसे एक ‘खास जैविक अवसर’ बताया जा रहा है।
अरबों की विरासत पाने की शर्त: DNA टेस्ट
फोर्ब्स के अनुसार, पावेल ड्यूरोव की कुल संपत्ति करीब 15.5 बिलियन डॉलर (ट्रांसक्रिप्ट में $7 बिलियन का उल्लेख, लेकिन फोर्ब्स के रीयल-टाइम डेटा अलग हो सकते हैं, वीडियो के अनुसार $7 बिलियन मानेंगे) है। उन्होंने एक फ्रेंच मैगजीन और लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में स्पष्ट किया कि यदि कोई बच्चा उनके साथ साझा डीएनए साबित कर देता है, तो उनके निधन के बाद उसे संपत्ति में हिस्सा पाने का पूरा अधिकार होगा। हालांकि, उनकी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा टेलीग्राम से जुड़ा है जिसे वे नॉन-प्रॉफिट बनाना चाहते हैं, लेकिन उनके पास बिटकॉइन और अन्य निवेश भी हैं।
क्यों बने ‘सुपर डोनर’?
ड्यूरोव का कहना है कि उन्होंने 2010 के आसपास अपने एक दोस्त की मदद के लिए स्पर्म डोनेट करना शुरू किया था, जो संतान सुख से वंचित था। बाद में उन्होंने इसे एक सामाजिक जिम्मेदारी के तौर पर देखा। उनका मानना है कि दुनिया भर में पुरुषों में घटते स्पर्म काउंट और बांझपन एक गंभीर समस्या है। उन्होंने इसे ‘सिविक ड्यूटी’ (नागरिक कर्तव्य) बताते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि वे हेल्दी स्पर्म की कमी को दूर करने में अपना योगदान दे रहे हैं। वे अपना डीएनए ‘ओपन सोर्स’ करने की भी योजना बना रहे हैं ताकि उनके बायोलॉजिकल बच्चे भविष्य में एक-दूसरे को ढूंढ सकें।
विश्लेषण: परोपकार या प्रचार का नया तरीका? (Expert Analysis)
पावेल ड्यूरोव का यह कदम पारंपरिक परोपकार की परिभाषा से बिल्कुल अलग है। एक तरफ यह गिरते जन्म दर और बांझपन की वैश्विक समस्या का एक अपरंपरागत समाधान हो सकता है, तो दूसरी तरफ इसे ‘जेनेटिक मार्केटिंग’ या खुद को अमर बनाने की एक सनक के रूप में भी देखा जा सकता है। अपनी संपत्ति को डीएनए से जोड़ने का वादा करके उन्होंने एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी है, जहाँ पितृत्व (Fatherhood) भावनाओं से नहीं बल्कि बायोलॉजिकल डेटा और पैसों से जुड़ा है। यह कदम नैतिक और कानूनी बहसों को जन्म दे सकता है, खास तौर पर बच्चों के अधिकारों और पहचान के मुद्दे पर। क्या यह वास्तव में समाज सेवा है या अपने ‘जीन्स’ (Genes) को दुनिया भर में फैलाने का एक मेगा-प्रोजेक्ट?
जानें पूरा मामला (Background)
पावेल ड्यूरोव रूस में जन्मे उद्यमी हैं जिन्होंने ‘VKontakte’ और बाद में ‘Telegram’ बनाया। वे अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी रहस्यमयी रहे हैं। 2024 में उन्होंने खुद खुलासा किया कि वे एक सक्रिय स्पर्म डोनर हैं। उनके स्पर्म से पैदा हुए बच्चे यूके, रूस समेत कई देशों में हैं। अब वे चाहते हैं कि उनके बच्चे एक-दूसरे को जानें और उनकी विरासत का हिस्सा बनें।
मुख्य बातें (Key Points)
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Pavel Durov ने अपने स्पर्म से मां बनने वाली महिलाओं को फ्री IVF का ऑफर दिया है।
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शर्त यह है कि बच्चे को अपना DNA कनेक्शन साबित करना होगा।
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ड्यूरोव के दुनिया भर में पहले से ही 100 से ज्यादा बायोलॉजिकल बच्चे हैं।
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उन्होंने कहा कि उनके बच्चों को उनकी अरबों डॉलर की संपत्ति में हिस्सा मिलेगा।
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यह कदम घटते स्पर्म काउंट की वैश्विक समस्या से निपटने के लिए उठाया गया है।






