चंडीगढ़ (The News Air) सुप्रीम कोर्ट द्वारा चंडीगढ़ में शेयर-वाइज प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाने के आदेश जारी होने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जारी SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के खिलाफ कई शेयर होल्डर्स आ गए हैं। आज कई प्रॉपर्टी ऑनर्स अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह के सेक्टर 17 स्थित दफ्तर (DC ऑफिस) पहुंचे।
हालांकि वह अपनी मांगों और शिकायतों को लेकर DC ने सीधे नहीं मिल सके और तहसीलदार ने उनकी एप्लिकेशन को रिसीव किया। तहसीलदार ने आश्वासन दिलाया है कि उनकी एप्लिकेशन DC तक पहुंचा दी जाएगी।

प्रॉपर्टी ऑनर्स को समझाने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस।
500 के करीब पीड़ित पहुंचे
आज बड़ी संख्या में शहर के प्रभावित प्रॉपर्टी ऑनर्स सेक्टर 17 में लाइनों में जुटे नजर आए। वहीं स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस भी यहां पहुंच गई थी। लोगों की पुलिस से हल्की नोंक-झोंक भी हुई। प्रॉपर्टी ऑनर्स का कहना है कि प्रशासन द्वारा गलत SOP जारी करने से शहर में प्रॉपर्टी ऑनर्स में बेचैनी है। उनके कई प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन रुके हुए हैं। लगभग 500 पीड़ित प्रॉपर्टी ऑनर्स आज यहां पहुंचे हुए थे।
मर्जी से वसीयत भी नहीं कर सकते
प्रॉपर्टी ऑनर्स का कहना था कि प्रशासन की कार्रवाई के चलते वह प्रॉपर्टी की अपनी मर्जी से वसीयत तक नहीं कर सकते। वहीं वित्तीय संकट के समय वह इस प्रॉपर्टी को सेल नहीं कर पाएंगे। प्रॉपर्टी ऑनर्स का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या करते हुए प्रशासन ने तानाशाही आदेश जारी किए हैं।






