Priyanka Gandhi Maiden Speech: लोकसभा में संविधान पर चर्चा में शुक्रवार (13 दिसम्बर 2024) कांग्रेस की ओर से हिस्सा लेते हुए प्रियंका गांधी ने संसद में अपना पहला स्पीच भी दिया। अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ, बीजेपी और गौतम अडानी को आडे़ हाथों लिया है।
उन्होंने कहा, “जब चुनाव में विपक्ष ने जाति जनगणना की आवाज़ उठाई तो इन्होंने जवाब दिया भैंस चुरा लेंगे, मंगलसूत्र चुरा लेंगे। ये गंभीरता है इनकी। आप महिला शक्ति की बात करते हैं। चुनाव की वजह से आज इतनी बात हो रही है। संविधान में महिलाओं को अधिकार दिया और उसे वोट में परिवर्तित किया। आज आपको पहचानना पड़ा कि उनकी शक्ति के बिना आपकी सरकार नहीं बन सकती। नारी शक्ति अधिनियम लागू क्यों नहीं करते। क्या आज की नारी दस साल इंतज़ार करेगी?”
गौतम अडानी के नाम पर सदन में बरपा हंगामा
प्रियंका गांधी ने कहा, “सत्ता पक्ष के साथी पुरानी बातें करते हैं। नेहरू जी ने क्या किया? वर्तमान की बात करिए. आप क्या कर रहे हैं? आपकी ज़िम्मेदारी क्या है? सारी ज़िम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है? ये सरकार बेरोज़गारी से जूझ रही जनता को क्या दे रही है। एमएसपी तो छोड़िए डीएपी तक नहीं मिल रहा है। वायनाड से ललितपुर तक देश का किसान रो रहा है। इस देश का किसान भगवान भरोसे।”
कांग्रेस लंबे वक़्त से गौतम अडानी का मुद्दा सदन में उठाती रही हैं। प्रियंका ने भी अडानी मुद्दे पर लोकसभा में कहा, “देश देख रहा है कि एक व्यक्ति को बचाने के लिए ये सब हो रहा है। सारे मौक़े, सारे संसाधन एक ही व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। आम लोगों के मन में ये धारणा बन रही है कि सरकार अडानी के मुनाफ़े के लिए काम कर रही है। जो ग़रीब है वह और ग़रीब हो रहा है। जो अमीर है, वह और अमीर हो रहा है।”
आरएसएस का संविधान भारत का संविधान नहीं है: प्रियंका गांधी
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, “अगर लोकसभा चुनाव के नतीजे नहीं आते तो वे (भाजपा) संविधान बदलना शुरू कर देते। सच तो यह है कि भाजपा अब संविधान की बात करती है क्योंकि उन्हें लोकसभा चुनावों में पता चला है कि लोग इसकी रक्षा कर रहे हैं। शायद वे यह नहीं समझ पाए हैं कि भारत का संविधान संघ का संविधान नहीं है।”
उन्होंने कहा, “ऐसा डर तो अंग्रेज़ों के राज में था। जब गांधी की विचारधारा वाले लोग लड़ाई लड़ रहे थे और उस तरफ़ की विचारधारा वाले लोग भय में रहकर अंग्रेज़ों से सांठगांठ कर रहे थे। भय फैलाने वाले ख़ुद भय का शिकार बन जाता है। भय फैलाने वाले आलोचना से घबराते हैं। चर्चा की मांग करते हैं, लेकिन चर्चा करने की हिम्मत नहीं है।”
पीएम पर प्रियंका का निशाना
पीएम मोदी का नाम लिए बगैर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, “पुराने ज़माने में कहानियों में राजा भेष बदलकर जनता से उनकी राय जानता था। आज के राजा को भेष बदलने का शौक तो है लेकिन जनता के बीच जाने और आलोचना सुनने की हिम्मत नहीं है। भय की एक सीमा होती है। जब किसी को इतना दबाया जाता है तब उसके सामने ऐसी शक्ति पैदा होती है। ये देश कायरों के हाथों में ज़्यादा दिन कभी नहीं रहा। ये देश उठेगा, ये देश लड़ेगा। सत्यमेव जयते।”