Priyanka Gandhi on Sanchar Saathi App: संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी दलों ने एसआईआर (SIR) और खासकर ‘संचार साथी ऐप’ (Sanchar Saathi App) को लेकर मोदी सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस ऐप को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे ‘जासूसी ऐप’ करार दिया है और आरोप लगाया है कि सरकार देश को तानाशाही की ओर ले जा रही है।
‘यह हास्यास्पद है, प्राइवेसी का अधिकार छीन रही सरकार’
प्रियंका गांधी ने दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा मोबाइल फोन में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल करने के निर्देशों पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट रूप से हास्यास्पद है। अब वे और कहां जाना चाहते हैं? नागरिकों को निजता (Privacy) का अधिकार है। आपको अपने परिवार और दोस्तों को सरकार की नजरों से बचाकर संदेश भेजने का अधिकार है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ फोन पर जासूसी (Snooping) की बात नहीं है, बल्कि कुल मिलाकर सरकार इस देश को हर रूप में तानाशाही में बदल रही है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा की जरूरत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह सरकार को हर नागरिक के टेलीफोन में झांकने का बहाना मिल जाए। उन्हें नहीं लगता कि कोई भी नागरिक इससे खुश होगा।
‘संसद इसलिए नहीं चल रही क्योंकि सरकार बात नहीं करना चाहती’
जब प्रियंका गांधी से पूछा गया कि संसद क्यों नहीं चल रही है, तो उन्होंने सीधा जवाब दिया कि सरकार किसी भी मुद्दे पर बात करने से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा, “विपक्ष को दोष देना बहुत आसान है, लेकिन सच्चाई यह है कि वे किसी भी चीज पर चर्चा की अनुमति नहीं दे रहे हैं, और यह लोकतंत्र नहीं है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी ऐप को वापस लेने की मांग करेगी, प्रियंका ने कहा कि इस पर चर्चा करके फैसला लिया जाएगा। उन्होंने सरकार के इस तर्क को खारिज कर दिया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और धोखाधड़ी रोकने के लिए है। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी रिपोर्ट करने और हर नागरिक के फोन की निगरानी करने के बीच एक बहुत बारीक रेखा है, और ऐसा नहीं होना चाहिए।
बीजेपी का पलटवार: ‘यह विपक्ष का ड्रामा है’
प्रियंका गांधी के इन आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी पर भड़कते हुए विपक्ष के प्रदर्शन को ‘ड्रामा’ और ‘नाटक’ करार दिया। शर्मा ने कहा कि संचार साथी ऐप आधुनिक दूरसंचार क्रांति का एक बड़ा उपहार है, लेकिन विपक्ष ‘संचार का दुश्मन’ और ‘प्रगति का दुश्मन’ है जो हर चीज में बाधा डालता है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष पराजित भाव में है और अपनी हार का दोष अपने नेतृत्व के बजाय जनता को दे रहा है। उन्होंने बिहार चुनाव में हुए भारी मतदान का हवाला देते हुए कहा कि अगर ईवीएम या एसआईआर का मुद्दा होता, तो लोग मतदान का बहिष्कार करते। शर्मा ने कहा कि विपक्ष को अब बंगाल में भी हार का सामना करना पड़ेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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प्रियंका गांधी ने संचार साथी ऐप को ‘जासूसी ऐप’ बताया और सरकार पर प्राइवेसी के हनन का आरोप लगाया।
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उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा के नाम पर सरकार हर नागरिक के फोन की निगरानी नहीं कर सकती।
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प्रियंका ने आरोप लगाया कि सरकार संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने से इनकार कर रही है, जो अलोकतांत्रिक है।
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बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने विपक्ष के विरोध को ‘ड्रामा’ और ‘नाटक’ करार दिया।
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शर्मा ने कहा कि विपक्ष प्रगति का दुश्मन है और अपनी हार का ठीकरा जनता पर फोड़ रहा है।






