नई दिल्ली,18 जुलाई (The News Air): जब आप किसी लोकेशन-बेस्ड सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो कई में गूगल ऐप के जरिए ही लोकेशन काम करता है। गूगल मैप्स पर आधारित ऐसे ऐप तैयार करने के लिए डेवलपर्स को फीस चुकाना होता है और अब यह फीस कम लगेगी। गूगल ने भारत में डेवलपर्स के लिए गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म की फीस 70 फीसदी तक घटाने का फैसला किया है और यह 1 अगस्त से लागू होगा। गूगल ने यह फैसला अपनी नई पॉलिसी के तहत लिया है जिसके तहत यह देश के हिसाब से प्राइसिंग स्ट्रक्चर पेश किया है ताकि लोकेशन आधारित ऐप या साइट बनाना और आसान हो सके।
ONDC के लिए 90% तक डिस्काउंट
गूगल सरकारी प्लेटफॉर्म ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) के साथ साझेदारी भी कर रही है। इसके तहत डेवलपर्स को ओएनडीसी के लिए ऐप बनाने पर अतिरिक्त डिस्काउंट मिलेगा। इसके तहत कुछ गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म एपीआईज पर 90 फीसदी तक डिस्काउंट मिलेगा। हालांकि यह ऑफर सीमित समय के लिए ही है। गूगल ने इसका ऐलान 17 जुलाई को बंगलुरु में Google I/O Connect इवेंट के दौरान किया। गूगल ने यह भी ऐलान किया कि अब यह भारतीय रुपये में पेमेंट ले लेगी जबकि भी तक यह डॉलर में पेमेंट लेती है।
गूगल का कहना है कि कीमतों में कटौती से डेवलपर्स गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म को और अधिक एक्सेस करेंगे। गूगल ने यह ऐलान ऐसे समय में किया है जब ओला के प्रमुख भाविश अग्रवाल डेवलपर्स को ओला मैप्स अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। ओला मैप्स एक साल तक फ्री एक्सेस भी मुहैया करा रही है। भाविश अग्रवाल के ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) स्टार्टअप क्रुत्रिम (Krutrim) ने मई में ओला ऐप्स एपीआई के जरिए डेवलपर्स के लिए मैपिंग और लोकेशन बेस्ड सर्विसेज पेश किया था। इस महीने की शुरुआत में भाविश ने खुलासा किया था कि ओला कैब्स से अब गूगल ऐप्स को पूरा तरह निकाल दिया गया है और यह ओला मैप्स पर चल रही है। इससे कंपनी को सालाना 100 करोड़ रुपये की बचत का अनुमान है।






