H-1B Visa Program Cancellation Bill : अमेरिका जाने का सपना देखने वाले लाखों भारतीयों के लिए एक बेहद चिंताजनक खबर आ रही है। अमेरिकी सांसद मार्जोरी टेलर ग्रीन (Marjorie Taylor Greene) ने H-1B वीजा कार्यक्रम को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक बिल पेश करने का ऐलान किया है। अगर यह बिल पास होता है, तो इससे भारतीय IT पेशेवरों और छात्रों पर सबसे बुरा असर पड़ेगा, क्योंकि अमेरिका द्वारा जारी किए जाने वाले कुल H-1B वीजा का लगभग 70% भारतीयों को ही मिलता है।
यह बिल ऐसे समय में लाया जा रहा है जब हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा का बचाव करते हुए अमेरिका में प्रतिभाओं को लाने की बात कही थी। लेकिन ट्रंप की ही पार्टी की सांसद का यह कदम उनकी नीति के ठीक उलट जाता दिख रहा है।
‘अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहा H-1B’
रिपब्लिकन पार्टी की सांसद मार्जोरी टेलर ग्रीन ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट कर इस बिल की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “मैं एक बिल पेश कर रही हूं जिसमें H-1B वीजा कार्यक्रम को पूरी तरह समाप्त करने का प्रस्ताव है। यह कार्यक्रम लंबे समय से धोखाधड़ी और दुरुपयोग से भरा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘बिग टेक’, AI दिग्गज और अस्पताल जैसी बड़ी इंडस्ट्री हमारे अपने लोगों (अमेरिकियों) को दरकिनार करने के लिए इस प्रणाली का दुरुपयोग कर रही हैं। ग्रीन ने कहा कि यह बिल “भ्रष्ट H-1B कार्यक्रम को समाप्त करता है और फिर से अमेरिकियों को प्राथमिकता देता है।”
सिर्फ डॉक्टरों-नर्सों को मिलेगी छूट
सांसद ग्रीन ने बताया कि इस बिल में केवल एक छूट होगी। यह छूट मेडिकल पेशेवरों, जैसे डॉक्टरों और नर्सों के लिए होगी, जो अमेरिकियों को जीवन रक्षक सेवाएं प्रदान करते हैं।
इस छूट के तहत, अगले 10 सालों तक हर साल केवल 10,000 वीजा मेडिकल पेशेवरों के लिए जारी किए जाएंगे। यह मौजूदा 85,000 वीजा की सालाना सीमा के मुकाबले कुछ भी नहीं है।
ट्रंप की नीति के खिलाफ?
ग्रीन का यह ‘अमेरिका फर्स्ट’ बिल राष्ट्रपति ट्रंप के हालिया बयानों से मेल नहीं खाता। ट्रंप ने कुछ समय पहले कहा था कि अमेरिका को दुनिया भर से प्रतिभाओं को लाना होगा, क्योंकि देश में कुछ खास प्रतिभाओं की कमी है।
लेकिन अब उन्हीं की पार्टी की सांसद द्वारा H-1B को खत्म करने का बिल लाना, इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर गहरे मतभेद को दिखाता है।
जानें पूरा मामला
H-1B वीजा एक नॉन-इमिग्रेंट वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, खासकर टेक्नोलॉजी और IT सेक्टर में। हर साल जारी होने वाले 85,000 वीजा में से लगभग 70% भारतीय पेशेवरों को मिलते हैं।
यह वीजा न केवल अमेरिका में रोजगार, बल्कि वहां की नागरिकता (ग्रीन कार्ड) पाने का भी एक प्रमुख रास्ता है। अगर यह बिल कांग्रेस में पेश होता है, तो यह अमेरिकी रोजगार और आव्रजन नीति पर एक तीखी बहस छेड़ देगा, जिसका सीधा असर लाखों भारतीयों के भविष्य पर पड़ेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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अमेरिकी सांसद मार्जोरी टेलर ग्रीन H-1B वीजा कार्यक्रम को पूरी तरह खत्म करने के लिए बिल ला रही हैं।
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ग्रीन ने आरोप लगाया कि H-1B वीजा अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहा है और इसका दुरुपयोग हो रहा है।
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बिल में सिर्फ डॉक्टरों और नर्सों के लिए सालाना 10,000 वीजा की सीमित छूट का प्रस्ताव है।
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अमेरिका हर साल 85,000 H-1B वीजा जारी करता है, जिसका 70% हिस्सा भारतीयों को मिलता है।






