पटना (Patna), 06 जनवरी (The News Air): जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के प्रमुख प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को बीपीएससी (BPSC) परीक्षा पेपर लीक विवाद के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। चार दिनों तक आमरण अनशन (Hunger Strike) पर बैठे प्रशांत किशोर को शुक्रवार को पटना की सिविल कोर्ट (Civil Court) से जमानत मिल गई। कोर्ट ने उन्हें 25,000 रुपये के निजी मुचलके पर रिहा किया।
#WATCH | BPSC protest | Bihar: Patna Police detained Jan Suraaj chief Prashant Kishor who was sitting on an indefinite hunger strike at Gandhi Maidan pic.twitter.com/K3o3VaaeuL
— विकास शुक्ला (@vikasSh87372854) January 6, 2025
आधी रात में हिरासत और AIIMS में भर्ती : प्रशांत किशोर को पुलिस ने गांधी मैदान (Gandhi Maidan) से आधी रात में गिरफ्तार कर सुबह 4 बजे एम्स (AIIMS) ले जाया। उन्होंने इलाज कराने से इनकार कर दिया और कहा, “मैं अनशन जारी रखूंगा।” इस दौरान एम्स के बाहर पीके (PK) समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।
पुलिस का आरोप: अवैध धरना : पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर पर गांधी मैदान में अवैध रूप से धरना देने का आरोप लगाया। अधिकारियों ने कहा कि अनशन के दौरान जन सुराज पार्टी ने कोई पूर्व अनुमति नहीं ली थी। इसी आधार पर कार्रवाई की गई।
तेजस्वी यादव से की अपील : प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से इस मुद्दे पर आगे आकर नेतृत्व करने की अपील की। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव एक बड़े नेता हैं, उन्हें इस आंदोलन का नेतृत्व करना चाहिए। हम पीछे हट जाएंगे।”
बीपीएससी पेपर लीक का मुद्दा : 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam) में बड़े पैमाने पर पेपर लीक की खबरें सामने आईं। इस मुद्दे को लेकर छात्र बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
छात्रों का समर्थन और प्रशासन की कार्रवाई : प्रशांत किशोर ने छात्रों का समर्थन करते हुए बीपीएससी की अनियमितताओं पर सवाल उठाए। पुलिस ने गांधी मैदान के प्रदर्शन स्थल को खाली कराया और वाहनों की सघन चेकिंग की।
तेजस्वी यादव का हमला : तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि “यह आंदोलन बीजेपी की बी टीम (BJP’s B-Team) का हिस्सा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन को राजनीतिक रूप से प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
प्रशांत किशोर का बयान: आंदोलन जारी रहेगा : प्रशांत किशोर ने साफ किया कि वह आंदोलन को रोकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हम वही करेंगे जो सही है। 7 जनवरी को हम हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।”