The News Air: पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सियासत गर्मा गई है। कैप्टन ने इस बार चुनाव में शराब ठेकेदार से उधार लिया। जिसका ज़िक्र उन्होंने आयोग को दिए ख़र्च में किया। कैप्टन ने बताया कि उन्होंने चुनाव पर 39.67 लाख रुपए ख़र्च किए। इसमें 25 लाख रुपए उन्होंने उधार लिए। यह उधार जिस व्यक्ति से लिया गया, वह शराब का ठेकेदार है। इसकी जानकारी मिलने के बाद आम आदमी पार्टी भी कैप्टन पर तंज़ कसने से पीछे नहीं रही।
सिसवां फार्म हाउस बनाने वाले कैप्टन को क़र्ज़ लेना पड़ा : AAP
आम आदमी पार्टी, पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने सिसवां जैसा फार्म हाउस खड़ा कर लिया। अब पता चल रहा है कि चुनाव लड़ने के लिए क़र्ज़ा लिया। वह भी एक शराब ठेकेदार से क़र्ज़ा लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि कैप्टन साब को तो पाकिस्तान से भी फ़ंड आ सकता था। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में पहले ऐसे ही चलता था। पहले वह नेताओं को फेवर करते थे। फिर नेता सरकार बनने पर उन्हें फेवर करते थे। अब ऐसा नहीं चलेगा।
साढ़े 9 साल पंजाब के CM रहे अमरिंदर
कैप्टन अमरिंदर सिंह साढ़े 9 साल पंजाब के सीएम रह चुके हैं। पहले वह 2002 से 2007 तक कांग्रेस की तरफ़ से CM बने। इसके बाद 2017 में सरकार बनी तो कांग्रेस ने उन्हें CM बनाया। हालांकि 2021 के सितंबर महीने में कांग्रेस ने उन्हें कुर्सी से हटा दिया। उनकी जगह पर चरणजीत चन्नी को नया CM बना दिया। जिसके बाद कैप्टन ने कांग्रेस छोड़ दी।
चुनाव नहीं जीत सके कैप्टन
कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से नई पार्टी बनाई। पंजाब चुनाव के लिए भाजपा से गठबंधन किया। हालांकि कैप्टन कोई मैजिक नहीं दिखा सके। वह गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताना तो दूर, ख़ुद अपनी पटियाला सीट भी हार गए।