बिहार, 17 सितंबर,(The News Air): बिहार के मोतीहारी के पुलिस विभाग में अभी तक पुलिसकर्मियों को छुट्टी लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती थी, लेकिन नए एसपी के आने के बाद इसमें कुछ नया बदलाव होता हुआ दिखाई दे रहा है. पूर्वी चंपारण के नए एसपी बने स्वर्ण प्रभात ने आते ही जिला के पुलिस कर्मियों को एक नई खुशी दी. डीजीपी ने नई सौगात में कुछ खास मौकों पर पुलिसकर्मियों को छुट्टी देने की बात कही है.
अब पुलिस कर्मियों को अपनी शादी की सालगिरह मनानी हो या अपने बच्चों का बर्थडे, अब उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए उन्हें अलग से दो दिन की छुट्टी दी जाएगी. डीजीपी की तरफ से छुट्टियों की ये सौगात सुनकर जिला पुलिस के कर्मी काफी खुश हैं. यहां पुलिस कर्मियों को महीने में तीन छुट्टी मिलती है, लेकिन इसके अलावा और छुट्टियों के लिए उन्हें काफी कोशिश करनी पड़ती है.
घरवालों से दूर होकर रहते थे डिप्रेशन में
एसपी के इस बयान के बाद कि उन्हें अलग से छुट्टी दी जाएगी. अब पुलिसकर्मी काफी खुशी व्यक्त कर रहे हैं. अभी तक कई पुलिसकर्मी छुट्टियों की कमी से मेंटली तौर पर से तंग थे. इस कारण अवसाद ग्रसित हो गए क्योंकि उन्हें 24 घंटे देश की सेवा राज्य की सेवा जनता की सेवा करनी होती है. इस कारण उन्हें घरवालों से दूर रहने के कारण वह काफी दुखी रहते थे. इसके कारण उनके मानसिक और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है. जिला पुलिस कप्तान ने उनके मनोदशा को समझते हुए अपने स्तर से ऐसा आदेश जारी किया है, जिस कारण सभी कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है.
कानूनी व्यवस्था में भी किया जाएगा सुधार
एसपी स्वर्ण प्रभात ने यह भी कहा कि कानूनी व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. शराब कारोबारी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल के माध्यम से कठोर सजा दिलाई जाएगी. पहले से चल रही पुलिसिंग व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में हम काम करेंगे. अब नव पदस्थापित एसपी स्वर्ण प्रभात के पदभार लेने के बाद पुलिसकर्मियों के हित में लिए गए छुट्टी वाले फैसले से उनके घरवालों में काफी खुशी है.
जिले का अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर खुला है. यहां से फेक करेंसी और शराब कारोबार पर भी अंकुश लगाने की बात उन्होंने कही. उनका यह भी मानना था कि पहले पुलिस कर्मियों को छुट्टी के लिए उनसे वरीय पदाधिकारी के पास चक्कर लगाना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. हमारे जिले के जितने भी पुलिस कर्मी हैं वह एक बेहतर पुलिसिंग की दिशा में काम करें उन्हें डिप्रेशन या अवसाद ग्रसित नहीं होने दिया जाएगा.