UPPSC Student Protest Prayagraj : प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) का दफ्तर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया है। अपनी मांगों को लेकर आयोग के गेट पर प्रदर्शन करने पहुंचे प्रतियोगी छात्रों पर पुलिस ने सख्ती बरती है। पुलिस और RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की टीम ने बलपूर्वक छात्रों को वहां से खदेड़ दिया है। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है और पुलिस छात्रों को जबरदस्ती उठाकर गाड़ियों और बसों में भरती हुई नजर आई।
छात्र अपनी लंबे समय से लंबित मांगों और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर आवाज उठाने आए थे, लेकिन प्रशासन ने इस आंदोलन को दबाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
पुलिस ने घसीटकर वैन में भरा
आयोग के गेट पर शांतिपूर्ण तरीके से बैठने की कोशिश कर रहे छात्रों को पुलिस ने टिकने नहीं दिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी छात्रों को पकड़कर खींच रहे हैं और उन्हें जबरन पुलिस वैन में बैठा रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि प्रशासन के दम पर उनके आंदोलन को कुचला जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ और ‘एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाए और कहा कि वे झुकने वाले नहीं हैं, लेकिन पुलिस बल और RAF की टुकड़ी ने उन्हें वहां से हटा दिया।
आंसर की में धांधली का आरोप
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का गुस्सा आयोग द्वारा जारी की गई Answer Key को लेकर है। छात्रों का आरोप है कि आयोग ने जो आंसर की जारी की है, वह पूरी तरह फर्जी है और उसमें भारी धांधली हुई है। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने बताया कि उनके साथी अजय विक्रम, जो एक Teacher भी हैं, उन्हें भी पुलिस उठा ले गई है।
छात्रों ने एक गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि 2021 की भर्ती में धांधली देखी गई है। एक ही परीक्षा में 91 सवाल सही करने वाले का चयन हो गया, जबकि 92 और 134 सवाल सही करने वाले अभ्यर्थी बाहर हैं। उनकी मांग है कि आयोग को तुरंत Revised Answer Key जारी करनी चाहिए और अपनी गलती सुधारनी चाहिए।
’12 साल तैयारी और आत्महत्या का दर्द’
प्रदर्शन में शामिल निधि नाम की एक छात्रा ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि इलाहाबाद जैसे शहर में छात्र 12-12 साल तक तैयारी करते हैं, लेकिन आयोग की धांधली के कारण उन्हें उनका हक नहीं मिलता। उन्होंने एक बेहद चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि एक-एक साल में 3300 छात्र आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन तब पुलिस और मीडिया को उनकी सुध लेने का वक्त नहीं होता। आज जब छात्र अपने रोजगार और हक के लिए खड़े हैं, तो पुलिस को उनके सामने खड़ा कर दिया गया है।
आयोग बात करने को तैयार नहीं
छात्रों का कहना है कि वे माइग्रेशन को सही तरीके से लागू करने और सही उत्तर कुंजी जारी करने की मांग कर रहे हैं। पहले छात्र आयोग के दफ्तर पर बैठे थे, वहां से खदेड़े जाने पर वे रोड के दूसरी तरफ आ गए, लेकिन पुलिस ने वहां से भी उन्हें हटा दिया। फिलहाल, आयोग की तरफ से बातचीत का कोई न्योता नहीं आया है और न ही आयोग छात्रों की सुनने के मूड में नजर आ रहा है। मौके पर पुलिस फोर्स लगातार बढ़ाई जा रही है।
मुख्य बातें (Key Points)
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UPPSC गेट पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने बलपूर्वक हटाया।
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छात्रों की मांग- Revised Answer Key जारी करे आयोग।
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प्रदर्शनकारियों ने चयन प्रक्रिया में धांधली और भेदभाव का आरोप लगाया।
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पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में लेकर बसों में भरा।






