पीएम का कॉन्फिडेंस हिला दिया, अग्निवीर, मोची, किसान.. कैसे राहुल ने अपने भाषण से सेट किया I.N.D.I.A का एजेंडा

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rahul gandhi
नई दिल्ली, 29 जुलाई (The News Air) : जुलाई का महीना पहली तारीख और दिन सोमवार… लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने संसद में अपना पहला भाषण दिया था। इस भाषण की शुरुआत उन्होंने संविधान की कॉपी और भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर की। राहुल गांधी ने इस भाषण में अभय मुद्रा का जिक्र किया जिसकी काफी चर्चा हुई। इस भाषण के बाद इसी महीने के आखिरी में आज यानी 29 जुलाई को सोमवार के दिन एक बार फिर राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। राहुल गांधी ने फिर भगवान शिव का जिक्र किया लेकिन उनके इस इस भाषण में चक्रव्यूह शब्द केंद्र में रहा। अभय मुद्रा से चक्रव्यूह के जरिए राहुल गांधी ने यह भी बता दिया कि इंडिया गठबंधन किस राह पर आगे बढ़ेगा।
चक्रव्यूह के जरिए सरकार पर साधा निशाना
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने हिंदुस्तान के युवाओं, किसानों और गरीबों को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसा दिया है। लोकसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सत्तापक्ष चक्रव्यूह बनाता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी व विपक्ष चक्रव्यूह तोड़ता है। राहुल गांधी ने कहा हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने फंसा कर मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के आकार का होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है।
‘पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया’

राहुल गांधी के कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं है अर्जुन हैं। राहुल गांधी अपने भाषण में इंडिया गठबंधन को लेकर आए और पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है। पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया। मेरे भाषण में कभी नहीं आएंगे अब। पद्मव्यूह वाले लोग हैं उनको देश का नेचर समझ नहीं आया। हिंसा, नफरत हिंदुस्तान का नेचर नहीं है। चक्रव्यूह हिंदुस्तान का नेचर नहीं है। हिंदुस्तान को नेचर अलग है, हर धर्म में चक्रव्यूह के खिलाफ फॉर्मेशन होता है, हिंदू धर्म में चक्रव्यूह के अपॉजिट क्या होता है शिव की बारात। कोई भी शिव के बारात में आ सकता है, नाच सकता है अपना सपना देख सकता है।

6 लोगों पर चक्रव्यूह रचने का आरोप

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा चार और लोगों का नाम लिया, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपत्ति जताई। राहुल गांधी ने कहा कि अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने घेर कर मारा था। आज भी चक्रव्यूह रचने वाले छह लोग हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, मुकेश अंबानी और अडानी… ये 6 लोग ही देश को चलाने का काम कर रहे हैं।उन्होंने दावा किया कि जिस तरह से अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाया गया था उसी तरह हिंदुस्तान को फंसा दिया गया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, सेना के जवानों को अग्निपथ के चक्रव्यूह में फंसाया गया। बजट में अग्निवीरों को पेंशन के लिए रुपया नहीं दिया गया। अन्नदाता ने आपके चक्रव्यूह से निकलने के लिए आपसे सिर्फ एक चीज मांगी है कि एमएसपी की कानूनी गारंटी दे दीजिए, लेकिन नहीं दिया गया। राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया गठबंधन की तरफ से मैं कहना चाहता हूं कि हम एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे। राहुल गांधी हाल ही में जिस मोची से यूपी में मिलकर आए उस बात का भी जिक्र किया।

राहुल गांधी ने सेट किया इंडिया गठबंधन का एजेंडा

राहुल गांधी के आज के भाषण में वही मुद्दे थे जिनका वह जिक्र पिछले कुछ समय से कर रहे हैं। अग्निवीर योजना, बेरोजगारी के साथ ही साथ पिछड़ा और दलित वर्ग को साधने के लिए उनका जोर जाति जनगणना पर है। राहुल गांधी ने लोकसभा में जाति जनगणना का फिर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 20 अफसरों ने देश का बजट बनाने का काम किया है, लेकिन इनमें से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी हैं और उनमें दलित व आदिवासी एक भी नहीं है। राहुल गांधी ने बजट से पहले की हलवा वाली रस्म का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में दो-तीन प्रतिशत लोग ही हलवा तैयार कर रहे हैं और उतने ही लोग हलवा खा रहे हैं और शेष हिंदुस्तान को यह नहीं मिल रहा है। राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बजट के बाद देश का मिडिल क्लास भी बीजेपी का साथ छोड़ रहा है जो इंडिया गठबंधन के लिए एक अवसर भी है।

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