नई दिल्ली, 13 जनवरी (The News Air) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 15 जनवरी को महाराष्ट्र (Maharashtra) का दौरा करेंगे। यह दिन भारतीय नौसेना (Indian Navy) और देश की सांस्कृतिक धरोहर के लिए ऐतिहासिक होने वाला है। पीएम मोदी तीन अत्याधुनिक नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस सूरत (INS Surat), आईएनएस नीलगिरी (INS Nilgiri) और आईएनएस वाघशीर (INS Vagsheer) को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके बाद, वह नवी मुंबई (Navi Mumbai) के खारघर (Kharghar) में भव्य इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple) का उद्घाटन करेंगे।
युद्धपोत जलावतरण: भारतीय समुद्री ताकत का प्रदर्शन : प्रधानमंत्री सुबह 10:30 बजे मुंबई (Mumbai) के नौसेना डॉकयार्ड (Naval Dockyard) में आयोजित एक भव्य समारोह में भारतीय नौसेना के तीन अग्रणी युद्धपोत राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
- आईएनएस सूरत (INS Surat):
- पी15बी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर प्रोजेक्ट का अंतिम जहाज।
- 75% स्वदेशी सामग्री के साथ बना।
- उन्नत हथियार और सेंसर सिस्टम से लैस।
- आईएनएस नीलगिरी (INS Nilgiri):
- पी17ए स्टील्थ फ्रिगेट परियोजना का पहला जहाज।
- भारतीय नौसेना डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिज़ाइन।
- बेहतर स्टील्थ और समुद्र में लंबा संचालन करने में सक्षम।
- आईएनएस वाघशीर (INS Vagsheer):
- पी75 स्कॉर्पीन प्रोजेक्ट की छठी और अंतिम पनडुब्बी।
- फ्रांस (France) के नौसेना समूह के सहयोग से निर्मित।
- भारत की पनडुब्बी निर्माण विशेषज्ञता का प्रतीक।
नवी मुंबई में सांस्कृतिक धरोहर का भव्य उद्घाटन : दोपहर 3:30 बजे, पीएम मोदी खारघर (Kharghar) में इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह मंदिर भारतीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को समर्पित है।
- परियोजना की विशेषताएं:
- नौ एकड़ में विस्तारित।
- मुख्य मंदिर में श्री श्री राधा मदनमोहनजी (Shri Shri Radha Madanmohanji) के विग्रह।
- वैदिक शिक्षा केंद्र, संग्रहालय, सभागार और उपचार केंद्र।
- वैदिक शिक्षा के माध्यम से सार्वभौमिक शांति और बंधुत्व को बढ़ावा देने का उद्देश्य।
भारत के रक्षा और सांस्कृतिक विकास की तस्वीर :
- रक्षा क्षेत्र:
- तीन युद्धपोत भारत की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करेंगे।
- ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) के तहत स्वदेशी निर्माण पर जोर।
- सांस्कृतिक क्षेत्र:
- इस्कॉन मंदिर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा।
- नवी मुंबई के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत के रक्षा क्षेत्र और सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रतीक है। तीन आधुनिक युद्धपोत जहां भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ाएंगे, वहीं इस्कॉन मंदिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को मजबूत करेगा। यह दिन भारत की शक्ति और धरोहर के संगम का गवाह बनेगा।