PM Modi on Terrorism and Operation Sindoor पर बड़ा बयान सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार सुबह पंजाब (Punjab) के आदमपुर एयरबेस (Adampur Airbase) का दौरा किया और सैनिकों से मुलाकात करते हुए पाकिस्तान (Pakistan) को स्पष्ट और कठोर संदेश दिया। इस मौके पर एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम (S-400 Missile Defense System) और सुखोई एयरक्राफ्ट (Sukhoi Aircraft) को भी प्रदर्शित किया गया, जिनके बारे में पाकिस्तान ने झूठा दावा किया था कि उन्हें तबाह कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय मिसाइलों की ताकत से दुश्मन कांप गया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह भारत का नया सामान्य (New Normal) बन चुका है और इस पराक्रम को दशकों तक याद किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत माता की जय (Bharat Mata Ki Jai) के नारे लगते हैं, तो दुश्मन थर-थर कांप उठता है।
अपने भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि जब दुश्मन ने पीछे से वार किया, तो हमारी सेना ने सामने से करारा जवाब दिया। इस कार्रवाई में 9 से ज्यादा आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया और 100 आतंकवादी मारे गए। उन्होंने गर्व से कहा कि अब भारत घर में घुसकर वार करता है और यह संदेश पाकिस्तान की सेना तक पहुंच चुका है कि अब उनके देश में आतंकियों के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चेताया कि निर्दोष लोगों का खून बहाने वालों का अंजाम अब सिर्फ तबाही होगा। उन्होंने महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) के घोड़े चेतक (Chetak) का उल्लेख करते हुए वीरता की तुलना की और सैनिकों के साहस को सलाम किया।
पीएम मोदी ने यह भी खुलासा किया कि हमारी एयरफोर्स ने 20 से 25 मिनट में सीमा पार जाकर आतंकियों के ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक पेशेवर और साहसी सेना ही कर सकती है। उन्होंने पाकिस्तान की साजिशों का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे पाक ने अपने यात्री विमानों का इस्तेमाल कर हमारी सेना को भटकाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने बगैर किसी नागरिक नुकसान के आतंकियों को खत्म कर दिया।
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की आतंक नीति का नया मानक करार देते हुए कहा कि भारत ने अब तीन स्पष्ट नीति सूत्र तय किए हैं— पहला, भारत पर आतंकी हमला हुआ तो जवाब अपने तरीके से दिया जाएगा; दूसरा, न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा; तीसरा, अब आतंकी संगठनों और उन्हें समर्थन देने वाली सरकारों को अलग-अलग नहीं देखा जाएगा।
प्रधानमंत्री के इस बयान ने न केवल पाकिस्तान को चेतावनी दी है, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारत की आतंक के खिलाफ लड़ाई अब सीमाओं तक सीमित नहीं रहेगी। दुनिया भी भारत के इस नए रुख को समझ चुकी है और भारत के साथ खड़ी हो रही है।