PM Modi Mann Ki Baat 129 Highlights – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के 129वें एपिसोड के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। साल के आखिरी एपिसोड में पीएम मोदी ने 2025 में भारत की विभिन्न क्षेत्रों में मिली कामयाबी का जिक्र किया और 140 करोड़ भारतीयों की शक्ति को सलाम किया। इसके साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य से लेकर संस्कृति और नवाचार तक कई अहम मुद्दों पर बात की।
एंटीबायोटिक के बेजा इस्तेमाल पर पीएम की चिंता
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की। उन्होंने आईसीएमआर (ICMR) की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि निमोनिया और यूटीआई जैसी बीमारियों में अब एंटीबायोटिक (Antibiotic) दवाएं बेअसर साबित हो रही हैं। इसका सबसे बड़ा कारण बिना सोचे-समझे और बिना डॉक्टर की सलाह के इन दवाओं का सेवन है। पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की, “मेरा आग्रह है कि डॉक्टरों की सलाह के बिना एंटीबायोटिक दवाएं न लें।” यह आदत भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बन सकती है।
12 जनवरी को ‘युवा शक्ति’ से संवाद
पीएम मोदी ने युवाओं को राष्ट्र निर्माण का अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ एक शानदार मंच है। उन्होंने घोषणा की कि वे 12 जनवरी 2026 को इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और देश की युवा शक्ति के विचारों को सुनेंगे। इसके अलावा, उन्होंने ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन’ (Smart India Hackathon) की तारीफ करते हुए कहा कि यह युवाओं को राष्ट्रीय चुनौतियों का समाधान खोजने का मौका देता है।
संस्कृति का संगम: काशी से फिजी तक तमिल की गूंज
पीएम मोदी ने भारतीय भाषाओं और संस्कृति के प्रसार पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि भारत से हजारों किलोमीटर दूर फिजी (Fiji) हो या हमारी अपनी काशी, तमिल भाषा (Tamil Language) के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है, जो दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है। उन्होंने दुबई में कन्नड़ भाषा को लोकप्रिय बनाने के प्रयासों और नरसपुरम में ‘लेस शिल्प’ (Lace Craft) को पुनर्जीवित करने की पहल की भी सराहना की।
कच्छ का रण और कश्मीर का बौद्ध स्तूप
पर्यटन और इतिहास पर बात करते हुए पीएम ने लोगों को गुजरात के ‘रण उत्सव’ (Rann Utsav) का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, “रण पुकार रहा है! आइए कच्छ की सुंदरता और लोक परंपराओं के साक्षी बनें।” वहीं, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में जेहनपोरा के बौद्ध परिसर का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि यह खोज जम्मू-कश्मीर की प्राचीन और समृद्ध सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती है।
विश्लेषण: ‘सेहत और विरासत’ का अनूठा मिश्रण (Expert Analysis)
129वीं ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने आधुनिक समस्याओं और प्राचीन विरासत के बीच एक बेहतरीन संतुलन बनाया। एक तरफ जहां उन्होंने एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस (Antibiotic Resistance) जैसी गंभीर वैज्ञानिक चुनौती पर लोगों को जागरूक किया, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने लुप्त होती कलाओं (जैसे नरसपुरम का लेस शिल्प) और भाषाओं (तमिल, कन्नड़) को बढ़ावा देकर सांस्कृतिक गौरव को जगाया। यह एपिसोड सिर्फ उपलब्धियों का बखान नहीं था, बल्कि भविष्य के लिए एक सतर्क और सशक्त भारत की नींव रखने का आह्वान था।
आम आदमी पर असर (Human Impact)
एंटीबायोटिक दवाओं को लेकर पीएम की अपील सीधे तौर पर आम आदमी की सेहत से जुड़ी है। अक्सर लोग छोटी-मोटी बीमारी में खुद ही दवा ले लेते हैं, जिससे शरीर में दवाओं का असर कम हो जाता है। पीएम की यह सलाह लोगों को डॉक्टर के पास जाने और सही इलाज लेने के लिए प्रेरित करेगी। इसके अलावा, स्थानीय शिल्प और पर्यटन को बढ़ावा देने से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
जानें पूरा मामला (Background)
‘मन की बात’ प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जिसके जरिए वे देश के कोने-कोने से प्रेरणादायक कहानियां साझा करते हैं। 129वें एपिसोड में उन्होंने 2025 की उपलब्धियों के साथ-साथ आने वाले साल 2026 के लिए भी देशवासियों को तैयार किया। इसमें मणिपुर के सौर ऊर्जा प्रयासों और स्वतंत्रता सेनानी पार्बती गिरि जी की जन्म शताब्दी का भी विशेष उल्लेख किया गया।
मुख्य बातें (Key Points)
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Mann Ki Baat के 129वें एपिसोड में PM मोदी ने 2025 की उपलब्धियों को सराहा।
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ICMR रिपोर्ट का हवाला देकर बिना डॉक्टर सलाह के Antibiotics न लेने की चेतावनी दी।
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12 जनवरी 2026 को पीएम Viksit Bharat Young Leaders Dialogue में हिस्सा लेंगे।
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पीएम ने Kutch Rann Utsav और कश्मीर के प्राचीन बौद्ध स्तूपों का जिक्र किया।
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फिजी और काशी में Tamil Language के बढ़ते प्रसार पर खुशी जताई।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न






